जगदलपुर। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने गुरुवार को जगदलपुर के गोलबाजार चौक में रामानुजगंज विधायक ब्रहस्पति सिंह का पुतला जलाकर विधायक पद से इस्तीफे की मांग की। नाराज कार्यकर्ताओं ने विधायक पर जनजाति समाज के अपमान का आरोप लगाया है।
अभाविप के जिला संयोजक कमलेश दीवान ने बताया कि उक्त विधायक द्वारा पत्रकारों के पूछे गए सवाल पर “सरगुजा के अंगूठे छाप आदिवासियों की तरह सवाल न करें ” कहकर जनजाति समाज का अपमान किया है। आदिवासी कांग्रेसी विधायक के यह शब्द कांग्रेसी मानसिकता को दर्शाते हैं। अपने आप को आदिवासी राज्य का मुख्यमंत्री बता कर पूरे देश मे वाह-वाही लूटने वाले भूपेश बघेल जी आज आदिवासी समाज के अपमान के बाद भी मौन हैं और अपने आप को आदिवासी समाज का मसीहा बताने वाली कांग्रेसी आज बहरी बन के बैठी हैं। प्रदेश के ऊंचे मुकाम पर बैठे आदिवासी भाई क्या अँगूठा छाप हैं.?? ये केवल आदिवासी समाज का ही नहीं अपितु पूरे छग का अपमान हैं।
दीवान ने आगे कहा कि अभाविप यह मांग करती हैं की विधायक व्रिस्पति सिंह माफ़ी माँगे और उनको विधायकी पद से हटाया जाए। पुतला दहन के दौरान विभाग संयोजक अर्पित मिश्रा, जिला संयोजक कमलेश दीवान, आसमान बघेल, गजेंद्र बघेल, पीतेश्वर,वरुण साहनी, अतुल राव, कार्तिक जैन, शुभम बघेल, अच्युत सामन्त, चंदन, लखेश्वर बैध, हेमकांत सिन्हा, यश ध्रुव, सिद्धार्थ, तुला राम मौर्य, खलिम कश्यप, संतो कश्यप, गोवर्धन, सामु राम, महेश मौर्य बलिराम, नीलम, वरुण, पुरुषोत्तम, सचिन नीलू मौर्य, सचिन यादव, सौरव वर्मा, प्रेम बघेल समेत अभाविप कार्यकर्ता उपस्थित रहे।