बढ़ती दुर्घटनाओं को रोकने कवायद शुरू, ट्रैफिक पुलिस और पीडब्लूडी ने मिलकर किये 13 ब्लैक स्पॉट चिन्हांकित

जगदलपुर। बस्तर जिले में जिन स्थानों पर सर्वाधिक हादसे होते हैं उन स्थानों का चयन किया गया है। जिन स्थानों पर ज्यादा हादसे होते हैं उन्हें ब्लैक स्पॉट के तौर पर चिन्हांकित किया गया है। जिले में 13 ऐसी सड़कें हैं जहां सर्वाधिक हादसे होते हैं और लोगों की जान जाती है। अफसरों ने बताया एक ही स्थान पर जहां पांच बार से ज्यादा हादसे साल में होते हैं उस स्थान को ब्लैक स्पॉट बनाया जाता है। यातायात पुलिस ने पिछले तीन सालों में हुए हादसों के रिकार्ड को खंगाला और फिर ब्लैक स्पॉट चुने हैं। रविवार को यातायात पुलिस और पीडब्लूडी विभाग की संयुक्त टीम ने चुने गये 13 ब्लैक स्पॉट का निरीक्षण किया। इस दौरान यातायात प्रभारी कौसलेश देवांगन और उनकी टीम के साथ लोक निर्माण विभाग के उप अभियंता जीवन नेताम एवं जीएस सोरी की टीम मौजूद थी।

यातायात टीआई कौसलेश देवांगन ने बताया कि वर्ष 2019, 2020 एवं 2021 में हुई सड़क दुर्घटना के आधार पर वर्ष 2022 के लिए जिले में कुल 13 ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए हैं राष्ट्रीय राजमार्ग 30 एवं राष्ट्रीय राजमार्ग 63 में चिन्हित नवीन ब्लैक स्पॉट का भौतिक निरीक्षण किया गया। इन स्थानों पर हादसे राकेने के लिए विभिन्न प्रकार के बोर्ड, लाइट ब्रेकर, झाड़ियों की कटाई, कैट आई लगाने का काम करवाया जा रहा है। अभी जो सबसे ज्यादा खतरे वाले ब्लैक स्पाट हैं वो इस प्रकार हैं। आमागुड़ा चौक से इंद्रावती पुल तक, पुराना पुल कटिंग से आसना स्वागत द्वार तक, मेटावाड़ा से कुदाल गांव तक, बालेंगा, चपका मोड़ से सोनारपाल तक, पेट्रोल पंप से फरसागुड़ा तक, सेमरा से परते पेट्रोल पंप, थाना परपा के कोल्ड स्टोर एवं पंडरीपानी, थाना कोड़ेनार में आरापुर रायकोट, कोड़ेनार बिजली ऑफिस बड़ेकिलेपाल है।

दिनेश के.जी. (संपादक)

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