रायपुर। लंबे इंतजार के बाद अब नेताप्रतिपक्ष के लिए नारायण चंदेल का नाम तय हो चुका है। राजधानी रायपुर में हुई विधायक दल की बैठक में उनके नाम पर पार्टी ने मुहर लगा दिया। नेता प्रतिपक्ष के लिए चर्चा तीन-चार नामों की थी। इनमें अजय चंद्राकर, बृजमोहन अग्रवाल, शिवरतन शर्मा, कृष्णमूर्ति बांधी का नाम शामिल था।
इससे पहले बीजेपी की प्रदेश प्रभारी डी0 पुरंदेश्वरी आज सुबह रायपुर पहुंची। एयरपोर्ट पर भाजपा नेताओं ने उनका स्वागत किया। स्वागत करने वालों में प्रदेश महामंत्री नारायण चंदेल और भूपेंद्र सवन्नी शामिल थे। विधायक दल की बैठक में पुरंदेश्वरी के साथ क्षेत्रीय सह संगठन मंत्री अजय जामवाल, प्रदेश सह प्रभारी नीतिन नवीन मौजूद थे, जहां नेताप्रतिपक्ष के नाम पर मुहर लगी।
नेता प्रतिपक्ष चुने जाने के बाद नारायण चंदेल ने कहा कि विधायक दल की बैठक में सर्व सम्मति से मुझे यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। सभी विधायक साथियों का मैं आभार व्यक्त करता हूं। चुनौती के समय मुझे विधायक दल का नेता चुना गया है। छत्तीसगढ़ की कांग्रेस की सरकार उखाड़कर फेंकना और आने वाले चुनाव में शान से कमल खिलाना हमारी प्राथमिकता है। हम सब टीम के साथ काम करेंगे। चंदेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार की दशा और दिशा ठीक नहीं, झूठे वादे कर जनता का जनादेश कांग्रेस ने पाया है, सरकार के खिलाफ जनाक्रोश है।
बताते चलें कि नारायण चंदेल का जन्म 19 अप्रैल 1965 एक भारतीय राजनीतिज्ञ और भारतीय जनता पार्टी, छत्तीसगढ़ के महामंत्री हैं। वे जांजगीर-चांपा का प्रतिनिधित्व करने वाली छत्तीसगढ़ विधान सभा के सदस्य हैं। इन्होंने छत्तीसगढ़ विधान सभा के उपाध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया है। चंदेल पहली बार 1998 में मध्य प्रदेश विधान सभा के लिए चुने गए। मध्य प्रदेश से छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माण के बाद उन्होंने 2003 छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव उसी निर्वाचन क्षेत्र से लड़ा, लेकिन भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के मोती लाल देवांगन से 7,710 मतों के अंतर से हार गए। इसके बाद उन्होंने 2008 का विधानसभा चुनाव जीता और छत्तीसगढ़ विधानसभा में उपाध्यक्ष बने। 2018 में चंदेल फिर से कांग्रेस पार्टी के मोती लाल देवांगन को 4,188 मतों के अंतर से हराकर विधानसभा के लिए चुने गए। अब वे छत्तीसगढ़ में बीजेपी विधायक दल के नेता के रूप में काम करेंगे। गौरतलब है कि भाजपा ने इससे पहले प्रदेश अध्यक्ष को बदलकर बिलासपुर के सांसद अरुण साव को कमान सौंपी है।