जगदलपुर। कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान के कोटमसर रेंज में गुरुवार को अग्नि सुरक्षा सप्ताह के अंतर्गत कार्यशाला का आयोजन किया गया। ग्रामवासियों को अग्नि से वनों एवं जीव-जंतु को होने वाले हानि के बारे में बताया गया। महुआ बिनने ज़्यादातर मौकों में ग्रामवासी जंगल मे पेड़ों के नीचे आग लगा देते हैं, जिससे कि पालतू पशुओं समेत जंगली जानवरों को नुकसान होता है और जंगल मे आग के फैलने की संभावना अधिक होती है। इसके हानि एवं दुष्प्रभाव के बारे में ग्रामवासियों को समझाईश देकर जागरूक किया गया।
निदेशक, कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान, धम्मशील गणविर ने बताया कि जन जागरूकता एवं जन भागीदारी से राष्ट्रीय उद्यान प्रबंधन वनों की सुरक्षा के लिए लगातार प्रयासरत है। इस कार्यशाला में कमल नारायण तिवारी, एसडीओ, जेकब विन्सेन्ट, कोटमसर, रेंज अफसर, सीएफओ, बीएफओ, फायर वॉचर, सरपंच, उपसरपंच, पटेल, वैध एवं इको विकास समितियों के सदस्य मौजूद थे। बता दें कि 10 फरवरी को कोलेंग रेंज में भी यह आयोजन रखा गया है।