बीजापुर। कुटरू क्षेत्र के ज़िला पंचायत सदस्य सोमारु राम कश्यप के नेतृत्व में सोमवार को कुटरू क्षेत्र के ग्रामीण तेंदूपत्ता संग्रहण के नगद भुगतान की माँग को लेकर बीजापुर के विधायक एवं बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष विक्रम मंडावी, कलेक्टर बीजापुर और वानमंडल अधिकारी बीजापुर को ज्ञापन सौंपा है सौंपे गए ज्ञापन में ग्रामीणों की माँग है कि “जिला बीजापुर के अंतर्गत तेन्दूपत्ता सीजन 2023 का संग्रहण किया जा रहा है। बीजापुर जिला वनांचल के साथ ही आदिवासी बाहुल्य जिला है तथा यहां निवासरत् नागरिक तेन्दूपत्ता संग्रहण का कार्य करते है एवं दूरस्थ अंचलों के संग्रहकों का जीविकोपार्जन का एक साधन भी है। इस अंचल में निवासरत् लोगों के लिये तेन्दूपत्ता संग्रहण एक त्यौहार जैसा होता है। जिला बीजापुर में सभी संग्रहकों के पास बैंक खाता उपलब्ध नहीं है। जिले के ग्रामीण अन्य शासकीय योजनाओं के लिये बैंकों में जीरो बैलेंस राशि में खाता खोल रखा है किन्तु लेनदेन के अभाव में कई खाते बंद हो चुके है तथा जनधन योजना के तहत् खोले गये कई खाते वर्तमान में बंद हो चुके है। जिन्हें तत्काल शुरू किया जाना संभव नहीं है एवं नये खाते वर्तमान समय पर खोला जाना भी संभव नहीं है। खाता बंद होने से खाते में राशि अंतरण (जमा) नहीं हो पाता है जिससे ग्रामीण बैंकों तथा विभाग के कार्यालयों में जाकर अनावश्यक परेशान होते है। बीजापुर जिला अतिसंवेदनशील क्षेत्र है। यहाँ पर अंदरूनी गांवो से बैंको की दूरी बहुत ही ज्यादा है। वर्तमान में दूरस्थ अंचल होने के कारण परिवहन का साधन उपलब्ध न होने के कारण बैंको से राशि आहरण करने आने जाने में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। बीजापुर जिले में मनरेगा व अन्य योजनाओं में भी वर्तमान में बैंकिंग सुविधा प्रदान की जा रही है किन्तु उसमें भी श्रमिकों को परेशानियों का सामना करना पड रहा है। तेंदूपत्ता संग्रहण पारिश्रमिक का भुगतान संग्रहकों को तत्काल उपलब्ध हो जाने से उनको अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति करने में आसानी होगी। संग्रहकों को तेन्दूपत्ता संग्रहण पारिश्रमिक की राशि का भुगतान नगद हो ताकि संग्रहकों को बैंकों की अत्यधिक दूरी का सामना ना करना पडे तथा बैंकों में अधिक भीड़ न हो।”
ज्ञापन सौंपने के दौरान जिला पंचायत सदस्य सोमारू राम कश्यप, सरपंच विजय कुडियम, सरपंच विजय पाल शाह, सरपंच चैतू राम वेको, सरपंच बामन माड़वी, सरपंच लोकेश उरसा, सरपंच विच्चैम गोटा, सरपंच पायक़ी मिच्चा, सरपंच समैया, सरपंच प्रदीप मज्जि, सरपंच रैयनु वाचम, सरपंच रैयतु पुंगटी, मिच्छा टुग्गे सहित बड़ी संख्या में कुटरू क्षेत्र के ग्रामीण उपस्थित रहे।