जगदलपुर। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता और पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने कहा है कि छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार किसानों से झूठे वादे करके सरकार में आई और अब अपने ही बने जाल में फंस गई है। धान खरीदी में राज्य सरकार का पूरा तंत्र फेल हो चुका है, कई खरीदी केंद्र बन हो चुके हैं और कई बन्द होने के कगार पर हैं। राज्य सरकार धान खरीदी से लेकर बोनस तक हर बात के लिए केंद्र सरकार को दोष देती है। राज्य सरकार स्वीकार करे कि उसके पास किसानों को देने के लिए पैसे नहीं है। हर बात पर रोना रोने से समस्या का हल नहीं होगा।
श्री कश्यप ने कांग्रेस नेताओं को चैलेंज किया और कहा कि कांग्रेस के नेता धान खरीदी केंद्रों का निरीक्षण करें और वहां की कमियों को देखें ।राज्य सरकार सिर्फ अपनी कमजोरियाँ छुपाने राज्य की , केंद्र सरकार को दोष दे रही है। विधायक, मंत्री, सांसद चुप्पी साधे बैठे हैं। लोगो को बेवजह प्रताड़ित किया जा रहा है। बस्तर जैसे वनांचल क्षेत्र के लिए धान खरीदी का कितना लक्ष्य रखा गया है और इस क्षेत्र में अब तक कितनी धान खरीदी हुई है, सरकार जानकारी दे। बारदाने के लिए कई महीने पहले से तैयारी करनी थी पर राज्य सरकार सो रही थी, अपनी नाकामी छिपाने अब बारदाना की कमी पर भी मोदी सरकार को दोष दे रहे। कितने दुर्भाग्य की बात है कि, भूपेश सरकार लॉकडाउन में दारू बांट सकती है पर धान खरीदी नहीं कर सकती।
श्री कश्यप ने माँग की है कि सरकार पंजीकृत किसानों का पूरा धान खरीदी करे एवं एक महीने खरीदने की समय सीमा बढ़ाये, किसानों का पेमेंट पूरा करे। किसानों का धान का जो भी लक्ष्य है वो एक बार में लिया जाये, किस्तों में धान ना खरीदा जाये।