दंतेवाड़ा। भाजपा के अनुसूचित जनजाति प्रदेश महामंत्री नंदलाल मुडामी ने आज प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में मानवता को तार-तार करने वाला मामला सामने आने से भूपेश सरकार का असली चेहरा सामने आया है। एक ओर परिवार पर दुखों का पहाड़ टूटा है, दूसरी ओर भूपेश सरकार श्मशान घाट पर शव का अंतिम संस्कार करने के लिए पैसे लेने में लगी है। सरकार दाह-संस्कार के लिए लकड़ी-कंडों जैसी सामग्री निःशुल्क उपलब्ध कराने के बड़े बड़े दावे करती है लेकिन इसके एवज में परिवार से अवैध वसूल करने में लगी है।
किरंदुल नगर पालिका में कोरोना संक्रमण से मौत के बाद अंतिम संस्कार के नाम पर 5700 रुपए वसूला गया है. किरंदुल निवासी ज्योति सिंह की कोरोना से मौत हो गई थी. परिवार की आर्थिक स्थिति पैसे देने लायक नहीं थी. इसके बाद भी कर्ज लेकर नगर पालिका को परिवार ने पैसों का भुगतान किया.
टीकाकरण में पूर्णतः विफल सरकार कोरोना से मरते छत्तीसगढ़ को, दारू की होम डिलेवरी कर मारने में लगी है। मुडामी में प्रदेश सरकार को पूर्णतः असफल करार देते हुए आरोप लगाया कि,सरकार लोगों की जान बचाने की जगह दारू पिला कर मारने में लगी है। छत्तीसगढ़ पहला राज्य बन चुका है जहां शव दाह के भी पैसे लिए जाते हैं।