आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो से भी करेंगे शिकायत- नेता प्रतिपक्ष संजय पाण्डेय
जगदलपुर। भारतीय जनता पार्टी पार्षद दल ने आज कलेक्टर के नाम लिखे पत्र को एडिशनल कलेक्टर और जाँच समिति के अध्यक्ष अरविंद एक्का को सौंपा। पत्र में कहा गया है कि भारतीय जनता पार्टी पार्षद दल द्वारा एक्वैटिक वीड हार्वेस्टर मशीन के क्रय में निविदा में अनियमितता, उसकी अधिकतम कीमत, मशीन के पुराने होने, नए पुराने पार्टस जोड़ कर असेम्बल करने एवं उसकी खामियों के संदर्भ में लगातार शासन का ध्यान अवगत कराता रहा है और अपने द्वारा पूर्व में दिए गए तीन पत्रों के 14 बिन्दुओं पर जाँच करने की माँग लगातार की जाती रही है।
विदित हो कि इस मशीन की जाँच हेतु कलेक्टर बस्तर ने सात सदस्यीय जाँच समिति का गठन किया था जिसमें एडिशनल कलेक्टर श्री एक्का, दो कार्यपालन अभियंता एवं दो-दो सदस्य सत्ताधारी पार्टी एवं विपक्ष से लिए गए थे। नेता प्रतिपक्ष पांडे ने विपक्ष से अपने पार्षद द्वय योगेंद्र पांडे एवं नरसिंह राव का नाम जाँच कमेटी हेतु प्रस्तावित किया था।
कलेक्टर ने अपने आदेश में कहा था की जाँच कमेटी सात दिवस के अंदर अपना प्रतिवेदन प्रस्तुत करें। पत्र में कहा गया है कि यह बेहद दुर्भाग्य जनक है कि आज जाँच कमिटी को बने चार महीने से ज़्यादा होने के पश्चात भी किसी भी प्रकार की जाँच नहीं की गई है। जाँच दल में शामिल हमारे सदस्य द्वय ने बताया है कि माह जनवरी में एक बैठक ज़रूर बुलायी गई थी, परन्तु वह खानापूर्ति मात्र ही थी।
संजय पाण्डेय ने कहा है कि इस जाँच में सत्ता पक्ष की ख़ामोशी इस भ्रष्टाचार को प्रमाणित करती है। 5 महीने से भारतीय जनता पार्टी पार्षद दल इस मामले को उठा रहा है परंतु आज दिनांक तक इसकी जाँच नहीं होना यह नगर निगम जगदलपुर जिसका क्रिया कलाप पूर्व से ही संदेह के दायरे में है, भ्रष्टाचार एवं अनियमितता होना स्वयं सिद्ध कराती है।
ज्ञापन के माध्यम से सुरेश गुप्ता नगर अध्यक्ष भाजपा ने कहा है कि इस जाँच को बिंदुवार शीघ्र जाँच कराकर दोषियों के ख़िलाफ़ दंडात्मक कार्रवाई करें, यदि जाँच में और विलंब होगा भाजपा पार्षद दल आंदोलन करने बाध्य होगा एवं इसकी शिकायत आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो से भी करेगा।
ज्ञापन की एक प्रतिलिपि महापौर सफिरा साहू को भी शीघ्र जाँच कराने दी गई है। ज्ञापन सौंपने योगेंद्र पांडे, रामाश्रय सिंह , सुरेश गुप्ता नरसिंह राव, सचेतक राजपाल कसेर व राकेश तिवारी मौजूद थे।
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