वनधन विकास के लिए राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित अवार्ड समारोह में बस्तर के लिये गर्व के क्षण, जिले के ‘वनौषधि प्रसंस्करण केन्द्र कुरन्दी’ को प्रथम व ‘वनधन केन्द्र बकावण्ड’ को काजू प्रसंस्करण कार्य के लिए द्वितीय “राष्ट्रीय अवार्ड” से किया गया सम्मानित
  • वनधन योजनान्तर्गत ट्राईफेड द्वारा वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से “राष्ट्रीय अवार्ड समारोह”
  • अनुसूचित जनजाति मामलों के मंत्री अर्जुन मुण्डा ने किया सम्मानित

जगदलपुर। बस्तर जिले को वन विभाग द्वारा वनमण्डलाधिकारी एवं प्रबंध संचालक स्टायलो मण्डावी के नेतृत्व में वनधन विकास के क्षेत्र में किये गये उत्कृष्ठ कार्यों के लिये राष्ट्रीय स्तर की उपलब्धी मिली है। जिसके लिये वनधन विकास के लिए राष्ट्रीय स्तर पर स्थापित अवार्ड समारोह में बस्तर जिले की कुरन्दी और बकावंड के वनधन केंद्र को प्रथम और द्वितीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

ट्राईफेड के 34वें स्थापना दिवस के अवसर पर अनुसूचित जनजाति मामलों के मंत्री अर्जुन मुण्डा ने वीडियो कान्फ्रेंसिग के माध्यम से सम्मानित किया। न्यूनतम सर्मथन मूल्य योजना, प्रधानमंत्री वनधन विकास योजना हेतु “राष्ट्रीय अवार्ड समारोह” का आयोजन किया गया, जिसमें छत्तीसगढ़ राज्य को न्यूनतम सर्मथन मूल्य योजना के अन्तर्गत संग्रहण, प्राथमिक प्रसंस्करण एवं मूल्यवर्धन, प्राप्त राशि का उपयोग, अधिकतम बिक्री आदि के लिए कुल 08 पुरुस्कार प्राप्त हुए और 02 पुरुस्कार नवउत्पाद एवं नवाचार के रूप में प्राप्त हुए। जिला यूनियन जगदलपुर के अंतर्गत वनौषधि प्रसंस्करण केन्द्र कुरन्दी को राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम तथा वनधन केन्द्र बकावण्ड को काजू प्रसंस्करण कार्य के लिए द्वितीय राष्ट्रीय अवार्ड से सम्मानित किया गया। साथ ही साथ राज्यस्तरीय अवार्ड के रूप में वनधन केन्द्र धुरागांव को तेल उत्पाद निर्माण एवं वनधन केन्द्र घोटिया इमली चपाती निर्माण, संग्रहण एवं प्रसंस्करण कार्य के लिए अवार्ड दिया गया।

मंत्री अर्जुन मुण्डा के द्वारा काजू प्रसंस्करण केन्द्र/वनधन बकावण्ड एवं वनौषधि प्रसंस्करण केन्द्र/वनधन कुरन्दी के अध्यक्ष श्रीमती अंजली, श्रीमती गुनमनी एवं श्रीमती जमुना से समूहों द्वारा किये जा रहे कार्यों का विस्तार पूर्वक चर्चा किया एवं उन्हें अपने कार्यों के लिए बधाई भी दिया। साथ ही आगामी समय के लिए स्वतंत्रता के 75वीं वर्षगांठ में 7500 आदर्श ग्राम बनाकर वनवासियों के लिए मूलभूत सुविधा को जोड़कर वन के धन को उपयोग कर रोजगार उपलब्ध कराकर और भी सशक्त बनाने हेतु संदेश दिया। वन उत्पादों के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु कार्य योजना बनाने के सुझाव भी दिये गये हैं।

छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ के प्रबंध संचालक संजय शुक्ला के द्वारा भी उक्त कार्यक्रम को संबोधित किया गया। उनके द्वारा संग्रहण, प्राथमिक प्रसंस्करण एवं प्रसंस्करण कार्य के लिए सभी वनधन केन्द्र के समूहों को बधाई दिये साथ ही उनके द्वारा संदेश दिया गया कि कम लागत में उच्च गुणवत्ता के उत्पाद तैयार करें, जिससे हम बाजार में उसका अधिक और विक्रय किया जा सके और उनके द्वारा अवगत कराया गया कि शासन के अन्य विभाग क्रय करता है तो उन्हें हर्बल उत्पाद कि दर में 10 प्रतिशत तक की छूट दी जाएगी।

वनधन योजनान्तर्गत ट्राईफेड द्वारा आयोजित वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से राष्ट्रीय अवार्ड समारोह कार्यक्रम में वनवृत्त के मुख्य वन संरक्षक मो. शाहिद, वनमण्डलाधिकारी एवं प्रबंध संचालक स्टायलो मण्डावी, उपप्रबंध संचालक सुषमा नेताम, प्रवीण कुमार सीनियर एक्सीक्यूटिव एवं अन्य कर्मचारी व अधिकारीगण उपस्थित रहे।

दिनेश के.जी. (संपादक)

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Dinesh KG
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