जगदलपुर। बस्तर की विपरीत परिस्थितियों के बीच सुरक्षा सहित बहनों की रक्षा के संकल्प के साथ सीआरपीएफ जवानों ने आज इनरव्हील क्लब की महिलाओं से राखियां बंधवाई। भाई- बहन का पवित्र पर्व राखी रविवार को है लेकिन देश की सुरक्षा में तैनात जवानों की कलाई शनिवार को ही सज गई। दरसल अपने परिवार और बहनों से दूर देश के विभिन्न राज्यों से आकर नक्सलियों से लोहा ले रहे सीआरपीएफ के जवानों को राखी बांधने शनिवार को इनरव्हील क्लब की महिलाओं का एक दल पहुंचा। नया बस स्टैंड स्थित सीआरपीएफ 80 बटालियन कैंप में जवानों और अधिकारियों को रक्षाबंधन के एक दिन पूर्व राखी बांधी।अपने घरों से दूर तैनात जवानों की कलाई जब सजी तो वे भावुक हुए और बहनों का मुंह मीठा करते उपहार भी दिया।
कार्यक्रम के दौरान इनरव्हील क्लब से जुड़ी ‘सुनीता बोथरा’ ने बताया कि कार्यक्रम में क्लब के सदस्यों ने सीआरपीएफ के जवानों को तिलकवंदन कर, आरती उतारकर राखी बांधी। रक्षा बन्धन सहित अन्य त्यौहारों के अवसर पर अपने परिवार से हमेशा दूर रहने वाले सीआरपीएफ के सभी जवान अपने परिजनों व बहनों की याद ना आये इस लिए इस लिए उन्हें रक्षा सूत्र बांधा गया है। साथ ही उन्होंने बताया कि हंसते मुस्कुराते अपना सर्वस्व हमारी रक्षा के लिए न्यौछावर कर रहा है। ये वर्ग हमारे सैनिकों का है जो असल मायने में हमारी रक्षा सीमा पर व देश के अंदर करने के लिए अपने परिवार से दूर रह रहे हैं। उनके इस त्याग और समर्पण के प्रति हमारी कृतज्ञता के भाव को वीर जवानों तक पहुंचाना ही हमारा मुख्य उद्धेश्य है।
इस अवसर पर सीआरपीएफ 80 बटालियन के कमांडेड विक्रम सिंह ने कहा, ये बहनें हमें यहां राखी बांधने आई हैं हमें इस बात का एहसास हुआ कि भले ही हम अपने परिवार से दूर हैं, लेकिन यहां भी हमारी फिक्र करने वाली बहनें और परिवार मौजूद हैं। साथ ही डिप्टी कमांडेंट सदन कुमार ने कहा कि त्यौहारों के मौके पर ऐसे अपनेपन से जवानों के मन में देशभक्ति की भावना और बढ़ती है। आखिर यह जवान सुरक्षा के लिए अपने परिवार से दूर रहते हैं।
इस दौरान कार्यक्रम में इनरव्हील क्लब से सारिका चिंचोलकर, ज्योति चिखलिकर, सुषमा झा, अरुणा जोबनपुत्रा, दीपिका सोनी, वंदना हैलीवाल, मनीषा राजपुरिया, अलका गुप्ता, दिव्या कृष्णमूर्ती, ममता राणा उषा गोंदी व केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के डिप्टी कमांडेंट खिरोध घोष, डिप्टी कमांडेंट विजय अविहंक्य दासी, संतोष कुमार सिंह, विष्णु कांत दुबे एन के शर्मा शामिल रहे।