बस्तर के अनदेखे रंगों को बिखेरते ‘चित्र-विचित्र फोटो प्रदर्शनी’ का हुआ समापन, बड़ी संख्या में देखने जुटे लोग

जगदलपुर। बस्तर बदल रहा है बस्तर के युवा बदल रहे है और इसी बदलते बस्तर को तस्वीरों के जरिये दिखाने का प्रयास चित्र-विचित्र की टीम ने किया है। इस टीम ने बस्तर आर्ट गैलरी में एक फोटो प्रदर्शनी लगाई है। इस फोटो प्रदर्शनी में बदलते बस्तर और बस्तर के हालातों को दिखाने वाले तीन सौ से ज्यादा फोटोग्राफ्स लगाये गये हैं। इस फोटो गैलरी की खास बात यह है कि इसमें पेशेवर फोटोग्राफरों के फोटो नहीं हैं बल्कि शौकिया तौर पर फोटोग्राफी करने वाले युवाओं के फोटो को यहां लगाया गया है। इस प्रदर्शनी में बस्तर की खूबसूरत वादियों के अलावा यहां के जनजीवन और आदिवासियों के चित्रों को लगाया गया है। जिसे देखने बड़ी संख्या में लोग जुट रहे हैं। फोटोग्राफी प्रदर्शनी में बस्तर के 16 फोटोग्राफर्स ने अपने फोटो एग्जीबिट किए हैं। प्रदर्शनी में आर्किटेक्चर, वाइल्ड लाइफ, लैंडस्कैप, पोट्रेट, नेचर, स्प्रिंचुअल जैसी थीम्स पर फोटो एग्जीबिट किए गए हैं।

चित्र विचित्र संस्था के ‘पंकज राज परमार’ ने बताया कि हमारे टीम में करीब 16 फोटोग्राफर्स हैं, इसमें प्रोफेशनल कोई भी नहीं है। ज्यादातर फोटो हमने मोबाइल के माध्यम से खींचे और हमने कोशिश की है कि हम बस्तर के हर एक रंग को तस्वीर के जरिये दिखा सकें। उन्होंने कहा कि यह पहला मौका है जब तीन सौ फोटो के साथ बस्तर मे कोई फोटो गैलरी लगी हो। यह संभाग की अब तक की सबसे बडी फोटो गैलरी है। चित्र-विचित्र की टीम मे अभिषेक ठाकुर, मुकेश कुमार यादव, विशाल सेंगर, नीरज माणिकपुरी, रोहन, रजत जैन, अभिषेक कुंडू, सौरभ रॉय, हर्ष पटेल, गौरव साव, राजेश मंगराज, विजया ठाकुर, शुभव साव, ऋषभ शुक्ला, संकेत नाथ, शुभम विश्वास सहित अन्य शमिल हैं।

दिनेश के.जी. (संपादक)

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Dinesh KG
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