इंदिरा स्टेडियम अनियमितता मामले में भाजपा पहुंची अवलोकन पर, करोड़ों खर्च कर खिलाड़ियों के लिए नहीं, बल्कि भ्रष्टाचार की रेवडियां बांटने मैदान तैयार किया गया – नेता प्रतिपक्ष संजय पाण्डेय

भूपेश सरकार में जरा भी नैतिकता है तो जांच कराने का आदेश पारित करें – सुरेश गुप्ता

जगदलपुर। इंदिरा स्टेडियम में हुए अनियमितता के आरोपों के बीच आज भारतीय जनता पार्टी मैदान का अवलोकन करने पहुंची। भाजपा नेताओं का आरोप है कि लगभग 15 करोड़ रुपया ख़र्च करने के बाद दो माह पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मैदान का उद्घाटन करते हुए बहुत वाह-वाही लूटी थी लेकिन पहली ही बारिश में मैदान जिस प्रकार से गुब्बारे में तब्दील हो गया, उसने निर्माण कार्य में हुए भारी भ्रष्टाचार को उजागर कर दिया। भारी नारेबाज़ी के बीच जब भाजपा नेता वहाँ पहुँचे तो स्टेडियम में ताला जड़ा पाया गया, जिससे भाजपा कार्यकर्ताओं में भारी रोष देखा गया। जिसके कुछ देर बाद एक कर्मचारी द्वारा आकर ताला खोल दिया गया और भाजपा नेता वहीं विरोध प्रदर्शन करने बैठ गये।

नेता प्रतिपक्ष नगर निगम संजय पांडे ने कहा है कि इस मैदान को बनाने में बहुत अनियमितता हुई है। निर्माण एजेंसी के ठेकेदार, अधिकारियों और नेताओं ने अपनी जेब भरने में किसी प्रकार की कमी नहीं की है। मैदान के निर्माण के प्रारंभ से ही अपने द्वारा चयनित ठेकेदार को फ़ायदा दिलाने को ध्यान में रखकर निविदाएँ बार-बार बदली जाती रही तथा निविदा की शर्तों में ऐसे ऐसे शर्तें जोड़े गये, जिससे छत्तीसगढ़ के सभी ठेकेदार निविदा में भाग लेने से वंचित हो गये।
संजय पांडे ने कहा है कि अपने पसंद के ठेकेदार से कार्य कराने के चक्कर में अधिकारियों ने ये भी ध्यान नहीं दिया कि जिस निविदाकार को लगभग 7 करोड़ का ग्रास सिंथेटिक टर्फ़ बिछाने का काम दिया, उसके पास इस कार्य का पर्याप्त अनुभव भी नहीं है, जो टर्फ बाज़ार में 25-26 सौ रुपये में उपलब्ध है उसे लगभग 6 हज़ार रुपये प्रति मीटर से ख़रीदा गया है। इससे यह स्पष्ट है कि भ्रष्टाचार की रेवड़ी ना केवल ठेकेदार, भ्रष्ट अधिकारी बल्कि नेताओं ने भी ख़ूब चक कर खाई है।

नगर मंडल के अध्यक्ष सुरेश गुप्ता ने कहा कि पीडब्ल्यूडी विभाग की इस निविदा में 25 पर्सेंट अधिक दर में स्वीकृति दी गई जबकि लगभग सभी निविदाएँ माइनस पर्शेंट में किए जाते हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की “खेलो इंडिया” मद से एस्ट्रोटर्फ बिछाने का लगभग सात करोड़ की स्वीकृति और शेष कार्य केंद्र सरकार की सीएसआर मद से स्वीकृति दी गई है। राज्य सरकार ने इसमें अपना कोई अंश नहीं लगाया है इसलिए अधिकारी और नेताओं ने जमकर भ्रष्टाचार किया है। अपनी पीठ थपथपा रहे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल में ज़रा भी नैतिकता है, तो दो माह पूर्व किए गए इस उद्घाटन की जाँच का आदेश देकर ऐसे भ्रष्ट नेताओं और अधिकारियों पर कार्रवाई करने का साहस करना चाहिए।

इस दौरान जिला महामंत्री रामाश्रय सिंह, पार्षद दिगंबर राव, निर्मल पानीग्राही, राजपाल कसेर, नीलम यादव, ममता पोटाई, अतुल कौशल, संतोष त्रिपाठी, राजा यादव, राकेश तिवारी, अतुल सिम्हा, शशिनाथ पाठक, प्रकाश झा, योगेश शुक्ला, योगेश ठाकुर, रोशन झा, लाला महावर, रितेश सोनी, रवि कश्यप संतोष बाजपाई योगेश मिश्रा बंटू पांडे दिलीप झा, तेजपाल शर्मा, सुरेश कश्यप, शिरीष मिश्रा, आशुतोष आचार्य, गीता नाग, कृष्णा राय, राज पांडे, रमा प्रजापति, बसन्ती श्राफ, प्रमिला, अलका सेंगर, पवन नाग सहित भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता मौजूद रहे।

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Dinesh KG (Editor in Chief)

सिर्फ खबरें लगाना हमारा मक़सद नहीं, कोशिश रहती है कि पाठकों के सरोकार की खबरें न छूटें..

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