जीवन में असफलता से मिलती है आगे बढ़ने की सीख – तुलिका कर्मा
दंतेवाड़ा। शाम का समय था बच्चे भोजन करने से पहले होने वाले प्रार्थना में लीन थे। इसी बीच जिला पंचायत अध्यक्ष तुलिका कर्मा उनसे मिलने आस्था गुरुकुल पहुँची। बच्चों ने
प्रार्थना खत्म होते ही आँखे खोला तो देखा कि तुलिका कर्मा भी उनके साथ प्रार्थना करने में लीन थी। सभी बच्चों ने उनका अभिवादन किया। तुलिका ने बच्चों से कहा कि वह सभी बच्चों से मिलने व उन्हें मिल रही सुविधाओं के बारे में जानने आई है। बच्चों ने बताया गुरुकुल में मीनू अनुसार भोजन समेत जरूरत की हर वस्तु समय पर उपलब्ध होती है। बच्चों की बातें सुनकर तुलिका काफी खुश हुई और बच्चों को मन लगाकर पढ़ाई करने की समझाइश दी। इसके बाद जिपं अध्यक्ष रसोई घर पहुँच बच्चों के लिए बनने वाले खाने की गुणवत्ता की जानकारी ली। बच्चे लाइन में आकर खाना मिलने का इंतजार करने लगे तब आगे आकर तुलिका ने खुद चमच्च उठाया और बच्चों को खाना परोसने लगी। मीनू के अनुसार खीर, पूड़ी, दाल, चाँवल, पनीर की सब्जी बनी थी, तुलिका ने सभी बच्चों को पनीर की सब्जी बांटी। बच्चों को खाना परोसने के बाद खुद अपने लिए थाली परोस बच्चों के बीच पहुँची। खाने के दौरान बच्चों से बहुत सारी बातें भी हुई।
खाने के बाद तुलिका ने बच्चों को पढ़ाई के टिप्स देते हुए कहा कि जीवन में अपने आप को साबित करने के मौके आते हैं, जिन्हें हमें पहचान कर उस मौके का फायदा उठाना है। हमारे माता-पिता बड़ी कठिनाई से हमें पढ़ाई के लिए स्कूल भेजते हैं, हमारा दायित्व यही बनता है कि हम मन लगाकर पढ़ाई करें और उनका नाम रौशन करें। उन्होंने आगे कहा कि हार-जीत सिक्के के दो पहलू होते हैं, जीवन में असफल होने से घबराना नहीं है बल्कि दोगुनी मेहनत से आगे बढ़ने की सोच रखना है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में लगातार सुधार किया जा रहा है ताकि हमारे पिछड़े अंचल के बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल सके। अंत में सभी बच्चों ने जिपं अध्यक्ष तुलिका को आस्था गुरुकुल आने धन्यवाद दिया और तुलिका ने सभी बच्चों को गुड नाईट कहकर उनसे विदा ली।
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