जगदलपुर। सांसद प्रतिनिधि प्रकाश अग्रवाल ने भाजपा नेताओं के बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि सांसद बैज के परिवारवाद वाले बयान पर कश्यप परिवार ने तो कोई प्रतिक्रिया नहीं दी लेकिन भाजपा के लगभग एक दर्जन नेताओं के पेट में दर्द हो गया और अति उत्साह में बेतुका बयान जारी कर अपने वरिष्ठ नेताओं को खुश करने और जनता को भ्रमित करने का काम कर रहे हैं। पिछले 20 वर्षों से बस्तर की राजनीति में कश्यप परिवार की राजनीति का ही बोलबाला रहा और वही शिखर पर रहते हुए जो किया जाना था बस्तर की जनता के लिये वो नहीं किया, यह एक सच्चाई है।
सांसद प्रतिनिधि प्रकाश अग्रवाल ने कहा कि जो भाजपा भाषा के स्तर का सर्टिफिकेट बांट रही है, उन्हें पहले अपने गिरेबान में झांक कर अपने नेताओं की स्तरहीन भाषा को भी ध्यान देना चाहिए, अपना स्तर देखना चाहिए। भाजपा के दर्जन भर नेता अपने दावों की एक भी प्रमाण रखे बिना ही सांसद को झूठा बोलकर अपनी मनोदशा का प्रदर्शन स्वयं कर रहे हैं।
भाजपा 15 वर्षों तक शासन में रहकर खुद कितनी थाह (गहराई) में थी और जनता के लिये क्या किया वह खुद नहीं बता पाये और प्रदेश की जनता ने उनको 15 सीट पर लाकर खड़ा कर दिया।
जो भाजपा के दर्जन भर नेता सांसद दीपक बैज को विकास का अवरोधक बताने की कोशिश कर रहे हैं, उन भाजपाइयों को मालूम होना चाहिए कि बैज के सांसद बनने के बाद ही यहां की जनता को ज्ञात हुआ कि स्थानीय विकास, जनहितैषी कार्य और बस्तर की आवाज संसद में कैसे उठाई और बुलंद की जाती है। क्या भाजपा कार्यकाल में कभी ऐसा हुआ था..?
भाजपा के नेता जिन-जिन उपलब्धियों का बखान कर रहे हैं वो सारे कार्य तो कांग्रेस की सरकार बनने के बाद ही मूर्तरूप में आए हैं। चाहे वो मेडिकल कॉलेज हो, महारानी अस्पताल हो, सुपरस्पेशलिटी हॉस्पिटल हो, सेंट्रल लाइब्रेरी, ऑडिटोरियम हो या ट्रामा सेंटर आदि। भाजपा सरकार ने तो अपने शासनकाल में केंद्र से मिले पैसों से सिर्फ भ्रष्टाचार ही किया।
प्रकाश अग्रवाल ने भाजपा नेताओं को दो टूक कहा कि उन्हें यह मालूम होना चाहिए कि 20 सालों तक जब उनके सांसद हुआ करते थे, तब तो वे दिल्ली की संसद में मौनी बाबा बने रहते थे। ये चुप रहने वाले नेता बस्तर को क्या दिलवा पायेंगे।
जब से बस्तर की कमान सांसद बैज को मिली है तब से बस्तर के आम लोगों की आवाज आज संसद में गूंजती दिखाई देती है, जो दिल्ली में भाजपा नेताओं के दांत भी खट्टे कर देती है। फोरलेन सड़क की स्वीकृति इस बात की पुष्टि करने के लिये काफी है। रेलवे का भी झूठा प्रचार करते हैं भाजपाई। बस्तर को रेल सुविधाएं भी 2010 में जनता के पूर्ण सहयोग से कांग्रेस पार्टी के अनिश्चितकालीन आंदोलन के बाद ही मिली थी। भाजपा सरकार तो रेल को भी बेच रही है, वो जनता के दर्द को क्या जानेगी। भाजपाई जनता को भ्रमित करने के बजाय उनके लिये कुछ करें। आरोप लगाना ही राजनीति नहीं है।