1100 नग मोनोकाॅफ सीरप मात्रा 110 लीटर, पीवोन स्पाज प्लस कैप्सुल 12000 नग बरामद, दवाईयों की अनुमानित कीमत 4,57,600 रूपये एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज
जगदलपुर। शहर के नयामुण्डा इलाके से बोधघाट पुलिस ने नशीली दवाईयों की तस्करी करते 05 आरोपी को गिरफ्तार किया है। वहीं पुलिस ने आरोपी के कब्जे से अत्यधिक मात्रा में प्रतिबंधित दवाईयां, 01 ऑटो, 01 स्कुटी, 02 मोटर सायकल, 07 मोबाईल एवं नगदी 20,000 रूपये भी बरामद कर जब्त किये गये हैं। साथ ही आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत कार्रवाई की गयी है।
मिली जानकारी के अनुसार मामले के सभी आरोपी जगदलपुर के स्थानीय निवासी बताये जा रहे हैं। जिसमें आरोपी तक्षक माने, सम्यक नाहटा और विवेक शर्मा के द्वारा उडीसा, बिहार एवं गुजरात से जगहों से उक्त प्रतिबंधित एवं नशीली दवाईयां कोरियर के माध्यम से जगदलपुर मंगाते थे और आरोपी हरीश सोनी के द्वारा अपने आटो से उक्त नशीली दवाईयों को कोरियर से प्राप्त कर शहर के अलग-अलग क्षेत्रों में पहुंचाया जाता था। जिसके बाद तक्षक माने, सम्यक नाहटा, विवेक शर्मा और रितेश सिंह के द्वारा नशीली दवाईयों का जमाकर अलग-अलग क्षेत्रो में बेचने के लिये भेजा जाता था। उक्त नशीले पदार्थों का मूल्य तस्करों के द्वारा दोगुने से भी अधिक पर बेचा जाता था। उक्त पूरी नशीली दवाईयों को नवरात्रि और दशहरा त्यौहार के दौरान जगदलपुर शहर में खपाने की योजना आरोपियों ने बनाई थी, जहां पहले ही पुलिस ने आरोपियों के मंसूबों पर पानी फेरते हुए गिरफ्तार कर लिया।
बोधघाट थाना प्रभारी लालजी सिन्हा ने बताया पुलिस को मुखबीर से सूचना मिली थी कि शहर के नयामुण्डा इलाके में बाहर से अवैध नशीली दवाइयों की भारी मात्रा में तस्करी की जा रही है। जानकारी मिलते ही पुलिस की टीम द्वारा उक्त स्थान पर रेड की कार्यवाही की गयी, जहां ऑटो और दुपहिया वाहनों में आरोपी से पुलिस टीम ने 1100 मोनोकाॅफ नशीली सिरप कुल मात्रा 110 लीटर एवं नशीली प्रतिबंधित कैप्सुल पीवाॅन स्पाज प्लस, 50 डिब्बा जिसमें 12000 नग कैप्सुल बरामद कर जब्त किया। जब्त नशीली दवाईयों की अनुमानित कीमत 4,57,600 रूपये आंकी गई है। पूछताछ पर आरोपी ने अपना नाम तक्षक माने, सम्यक नाहटा, हरीश सोनी, विवेक शर्मा, रीतेश सिंह सभी जगदलपुर का निवासी होना बताया गया। बहरहाल आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायालय भेजा गया है। वहीं मामले का एक आरोपी फरार बताया जा रहा है, जिसकी तलाश जारी है।
उक्त कार्रवाई में निरीक्षक – लालजी सिन्हा, धनंजय सिन्हा, एमन साहू, उपनिरीक्षक – प्रमोद ठाकुर, सउनि. – सतीश यादव, अविनाश झा, विष्णु प्रसाद देवांगन, धीरेन्द्र ठाकुर, प्रधान आरक्षक – राजेश सिंह, उमेश चंदेल, लवण पानीग्राही, चोवादास गेंदलें, पवन श्रीवास्तव, आरक्षक – भुपन्द्र नेताम, संतोष झा, गायत्री प्रसाद तारम, मनोज तिर्की, भैरव सिन्हा की महत्वपूर्ण भूमिका रही।