थाना इलमिड़ी के स्टाफ ने पेश की मिसाल, मानसिक रूप से बीमार व भटके व्यक्ति को मिलाया परिजनों से

बीजापुर। 09 सितम्बर को मोबाईल के माध्यम से सूचना प्राप्त हुई कि मुंजालकांकेर रोड कासाराम पारा ईलमिड़ी के पास एक संदिग्ध व्यक्ति घुम रहा है। सूचना पर थाना इलमिड़ी के बल के द्वारा मौके पर पहुंचकर संदिग्ध से पुछताछ की गई। पुछताछ पर पाया गया कि उक्त व्यक्ति मानसिक रूप से बीमार है। थाने के स्टाफ द्वारा उक्त व्यक्ति को सुरक्षित थाना लाया गया, भोजन एवं पहनने के कपड़े की व्यवस्था कर उक्त व्यक्ति से पुछताछ की गई। पुछताछ पर पाया गया कि उक्त व्यक्ति का नाम टिकेश्वर निर्मलकर पिता बुधराम ग्राम सारागांव थाना छुरा जिला गरियाबंद का होना ज्ञात हुआ। पोर्टल पर सर्च करने पर उक्त व्यक्ति के सबंध में किसी प्रकार का गुम इंसान दर्ज होना नहीं पाया गया। ऐसे में परिजनों तक गुम इंसान को पहुंचाना पुलिस के लिये चुनौती बन गई। थाना प्रभारी प्रदीप जायसवाल द्वारा थाना छुरा में सपर्क कर सारागांव के व्यक्ति का नम्बर लिया गया एवं गुम इंसान के बारे में जानकारी देकर उसकी फोटो भेजी गयी। उक्त व्यक्ति के द्वारा गुम इंसान की पहचान कर उक्त को ग्राम सारागांव का ही होना बताया गया एवं गुम इंसान के बड़े भाई लिकेश्वर से बात कराया गया, जिन्होंने अपने भाई की पहचान की व बताया कि उसका भाई 25-30 दिनों से लापता है।

उसके बाद 10 सितम्बर को इलमिड़ी स्टाफ के द्वारा भटके बीमार व्यक्ति टिकेश्वर निर्मलकर को बीजापुर मे परिजन (बड़े भाई) लिकेश्वर को सुपुर्द किया गया। थाना प्रभारी प्रदीप जायवाल, उनि जितेन्द्र दुबे, रमेश पटेल, आरक्षक संतराम नेताम एवं अनिल खुंटे के द्वारा भटके, मानसिक रूप से बीमार व्यक्ति को सुरक्षित उनके परिजनों तक पहुँचाना वाकई एक सराहनीय कार्य है।

दिनेश के.जी. (संपादक)

सिर्फ खबरें लगाना हमारा मक़सद नहीं, कोशिश रहती है कि पाठकों के सरोकार की खबरें न छूटें..

Dinesh KG
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