जगदलपुर। मेसर्स गोपाल आयरन एंड स्पंज लिमिटेड कंपनी के द्वारा ग्राम चपका में प्रस्तावित भूमि के विरोध में अब विरोध के स्वर तेज हो रहे हैं। पहले चरण में सभी आसपास के 11 गांवों के लोगों के द्वारा इस लड़ाई को आगे ले जाने के लिये अधिकृत संघर्ष समिति बनाकर आमजनों का समर्थन जुटाया गया। अब मंगलवार को कलेक्टर को ज्ञापन देकर उक्त स्थल पर फैक्ट्री न लगाने की मांग की गयी है।
संघर्ष समिति के पिलीबाई कश्यप, चंद्रु राम बघेल, सुशील पानीग्राही, कैलाश मौर्य ने बताया कि फेक्ट्री के बनने से आसपास के लोगों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ेगा। रिहायशी इलाका होने के कारण उनके स्वास्थ्य पर भी असर पड़ेगा। कारखाने के चिमनियों से निकला जहरीला धुंआ वातावरण को प्रभावित करेगा, जिससे पर्यावरण पर भी असर पड़ेगा। साथ ही आसपास निवासरत् लोगों के स्वास्थ्य पर सीधा प्रभाव पडे़गा, इसलिए इस फेक्ट्री का निर्माण यहां न हो।
नदी किनारे बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में फैक्ट्री लगने से गांव होगा प्रभावित
संघर्ष समिति के द्वारा सौंपे ज्ञापन में यह कहा है कि जिस स्थान पर प्लांट प्रस्तावित है। वह काकड़ीघाट पुल के समीप है यहां बारिश के दिनों में हर साल बाढ़ आने से नेशनल हाइवे जाम होता है और जलस्तर गांव तक आता है। अब इस जगह पर निर्माण होने से बाढ़ का पानी चपका में डुबायेगा, ऐसे में यहां फैक्ट्री निर्माण नहीं किया जाना चाहिए।
विधायक, पूर्व मंत्री व अन्य जनप्रतिनिधियों को समस्या से कराया अवगत
संघर्ष समिति के द्वारा क्षेत्रीय पूर्व मंत्री केदार कश्यप, पूर्व सांसद दिनेश कश्यप को मामले से अवगत कराकर जनप्रतिनिधियों को दखल देने की मांग की है। साथ ही संघर्ष समिति के सदस्यों ने विधायक चंदन कश्यप से मिलकर शासन प्रशासन द्वारा दखल देने की माँग की। समिति ने बताया कि राज्यपाल से जल्द मिलेगा प्रतिनिधिमंडल, इस मामले को लेकर जल्द ही राजभवन से शिकायत भी की जाएगी और पूरा विवरण राज्यपाल के समक्ष रखा जाएगा।