जगदलपुर। पूरे विश्व के साथ ही देश-प्रदेश में कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए बस्तर जिले में इसके रोकथाम के लिए युद्धस्तर पर प्रयास जारी हैं। इसी कड़ी में कोरोना से पीड़ित मरीजों के उपचार के लिए बस्तर जिला प्रशासन द्वारा बकावंड में 450 बिस्तर के कोरोना अस्पताल को इलाज के लिए फिर से तैयार कर लिया गया है। बकावण्ड में आइसोलेशन सेंटर खुलने से जिले में अब कोरोना मरीजों के लिये कुल स्वीकृत बेड की संख्या 950 हो गयी है। बस्तर जिले में वर्तमान में मेडिकल कालेज डिमरापाल में 200 बेड, धरमपुरा आइसोलेशन में 250 बेड, बकावण्ड में 450 बेड और एम.पी.एम. में 50 बेड की सुविधा है। जिनमे 17 अप्रैल तक की स्थिति में 665 बेड रिक्त हैं। यह कोविड अस्पताल 250-250 सीट के बालक एवं बालिका छात्रावास में तैयार किया गया है। कलेक्टर श्री रजत बंसल द्वारा प्रदेश के अन्य जिलों के साथ ही पड़ोसी राज्यों में कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए जिले में भी कोरोना मरीजों की उपचार के लिए आवश्यक व्यवस्थाओं को बेहतर करने के निर्देश देने के बाद बकावंड में यह व्यवस्था प्रारंभ की गई।
एसडीएम श्री रावटे ने बताया कि कोविड मरीजों को बेहतर उपचार उपलब्ध कराने और कोरोना के बढ़ते प्रभाव के कारण किसी भी आपातकालीन स्थिति से बचाव के लिये पहले से तैयारी की गई है। यहाँ ऑक्सीजन युक्त 20 बिस्तर की व्यवस्था है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा यहां स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के साथ ही भोजन एवं सुरक्षा की व्यवस्था भी आदिम जाति विकास विभाग और पुलिस विभाग के सहयोग से प्रदान की जा रही है। उन्होंने बताया कि कोरोना की पिछली लहर में भी यहां 387 मरीजों की भर्ती कर 362 मरीजों का सफलतापूर्वक उपचार किया गया था, वहीं 25 गंभीर मरीजों को रिफर किया गया था।