जगदलपुर। दो माह बाद भी पुलिस महारानी अस्पताल के सामने पान दुकान का संचालन करने वाले युवक को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में आरोपित भाई-बहनों तक नहीं पहुंच सकी है। वहीं मृतक की पत्नी ने बिहार से एसपी बस्तर को पत्र भेजकर इंसाफ दिलाने की मांग की है। ज्ञात हो कि ‘संजीव सिंह’ नामक युवक कुछ बरस पहले यहां आकर पान दुकान का संचालन कर जीवनयापन करता था। उसने व्यवसाय को बढाने के लिए कर्ज लिया था।
देखें घटना की सीसीटीवी फ़ुटेज..
लॉकडाउन में बीते वर्ष लंबे समय तक दुकान बंद होने से उसकी माली हालत पतली हो गई थी। लॉकडाउन खत्म होने के बाद वह देर रात तक दुकान खोलता था ताकि कुछ अतिरिक्त आमदनी हो सके। संजीव ने दो माह पहले दुकान में ही खुद पर पेट्रोल छिड़क कर आग लगा ली थी। उसे गंभीर अवस्था में मेकाज में भर्ती करवाया गया था। उसने मृत्यु पूर्व मजिस्ट्रेट के समक्ष दर्ज करवाए बयान में कहा था कि उसके दुकान के सामने रहने वाले रोहित शर्मा व उसकी बहन मेघा शर्मा ने उसके साथ दुकान में घुसकर मारपीट की। उसे लंबे समय से प्रताड़ित कर रहे हैं। वे आए-दिन पुलिस को बुलवाकर उसकी दुकान बंद कर देते थे। संजीव ने इकबालिया बयान में यह भी कहा था कि जिस युवक पर उसे जलाने का आरोप लगाया गया था, उसने उसे बचाने का प्रयास किया था। घटना के पखवाड़े भर बाद उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई थी।
मृत्यु से पूर्व पीड़ित का बयान..
मामले में शुरू में पुलिस ने रोहित शर्मा व मेघा शर्मा के विरूद्ध मारपीट का मामला दर्ज किया था, युवक की मौत के बाद आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरण की धारा जोड़ी गई। दो माह तक पुलिस आरोपित भाई-बहनों तक नहीं पहुंच पाई है। आरोपितों के शहर में ही छिपे होने की चर्चा है। मामले में मृतक की पत्नी बिहार निवासी बबीता सिंह ने एसपी बस्तर को पत्र लिखकर उसके पति की मौत के जिम्मेदार लोगों पर कार्रवाई की मांग की है।
तलाश जारी…
मामले में कोतवाली थाने में आरोपितों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध है। वे फरार चल रहे हैं। उनकी पतासाजी की जा रही है। जल्द ही गिरफ्तारी की कार्रवाई की जाएगी।
_हेमसागर सिदार, सीएसपी