आमा त्यौहार व ईद-उल-फितर के संबंध में दिशा-निर्देश जारी, धार्मिक स्थलों के पट बंद रखने और केवल पुजारी से ही पूजा विधान कराने सहित सामूहिक आयोजन न करने की अपील

जगदलपुर। कलेक्टर रजत बंसल ने समस्त अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को कोविड-19 के द्वितीय लहर से नियंत्रण एवं बचाव के संबंध में दिशा निर्देश जारी किए है। कलेक्टर श्री बंसल ने कहा कि बस्तर जिले में आमा त्यौहार के पूजा विधान के समय बड़ी संख्या में लोग इकट्ठा होने की परम्परा है। इस वर्ष कोविड-19 के बढ़ते संकमण को दृष्टिगत रखते हुए केवल पुजारियों द्वारा रीति रीवाज एवं परम्परा अनुसार आमा त्यौहार पूजा विधान सम्पन्न कराने हेतु अनुरोध करने कहा है। मंदिरों, देवगुड़ी, धार्मिक स्थलों, चर्च आदि के पट बंद रखा जाएगा। केवल पुजारियों द्वारा ही पूजा विधान सम्पन्न किया जाए।

14 मई को ईद-उल-फितर का त्यौहार है। सदर तथा समाज प्रमुखों की बैठक लेकर अपील करें कि मस्जिदों में कोविड-19 के प्रोटोकाल का पालन करते हुए नमाज अदा करें। मस्जिदों में मौलाना, मौजन, मुतवल्ली एवं कमेटी के एक पदाधिकारी को सम्मिलत करते हुए नमाज अदा की जाए तथा शेष लोग अपने घरों में ही नमाज अदा करें। इसके अतिरिक्त सामूहिक जलसा/भोज आदि का आयोजन न किया जाए।

हर ब्लाक में कोविड-19 के बढ़ते संकमण को दृष्टिगत रखते हुए तत्काल कम से कम दो कंटेनमेंट जोन घोषित करें। बस्तर जिले के ग्रामीण अंचल में परम्परा है कि किसी व्यक्ति की मृत्यु होने पर पूरे गांव के लोग इकट्ठा होकर क्रिया-कर्म आदि कार्यक्रम सम्पन्न करते है। इस हेतु ग्राम प्रमुखों एवं जनप्रतिनिधियों से अनुरोध करें कि इस विषम परिस्थिति में 10 व्यक्तियों तक ही सीमित रखकर सम्पन्न कराया जावे तथा मृत्यु भोज न दिया जावे।

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दिनेश के.जी. (संपादक)

सिर्फ खबरें लगाना हमारा मक़सद नहीं, कोशिश रहती है कि पाठकों के सरोकार की खबरें न छूटें..

Dinesh KG
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