जगदलपुर। बस्तर जिले के दरभा में किये जा रहे कॉफी उत्पादन की सफलता को देखते हुए अब कॉफी की खेती बड़े पैमाने पर की जाएगी। मंगलवार को कॉफी के उत्पादन एवं क्षेत्र विस्तार के संबंध में उद्यान महाविद्यालय कॉलेज में आयोजित बैठक में कलेक्टर श्री रजत बंसल ने बस्तर में जलवायु की अनुकूलता को देखते हुए 3 हजार एकड़ में कॉफी की खेती प्रारंभ करने के निर्देश दिए। उन्होंने कॉफी की खेती के लिए दरभा, बास्तानार और लोहंडीगुड़ा विकासखण्ड की जलवायु को अधिक अनुकूल होने के कारण वहां के किसानों को प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कॉफी उत्पादन कार्य के लिए जिला स्तर पर समिति का गठन करने के साथ ही उसमें आदिवासी विकास विभाग के सहायक आयुक्त और जिला व्यापार एवं उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक को भी शामिल करने के निर्देश दिए।
कॉफी उत्पादन हेतु वन अधिकार पत्रधारी परिवारों के कलस्टर को प्राथमिक रूप से चयन करने तथा चयनित परिवारों की महिलाओं को शत् प्रतिशत बिहान समूह से जोडने हेतु निर्देशित किया गया। तथा प्रत्येक परिवार को राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के माध्यम से बैंक लिंकेज से लाभ दिलाने हेतु निर्देशित किया गया।
कॉफी हेतु चयनित समस्त परिवार एवं उनकी भूमि का निरीक्षण एवं चर्चा करने के लिए मुख्य कार्यपालन अधिकारी, तहसीलदार को निर्देशित किया गया। उद्यानिकी महाविद्यालय के वैज्ञानिक डॉ. के.पी. सिंह को चयनित समस्त क्षेत्र का भ्रमण कर कॉफी उत्पादन हेतु भूमि एवं जलवायु की उपयुक्तता के संबंध में जानकारी देने हेतु निर्देशित किया गया।
इस अवसर पर डॉ. के.पी. सिंह के द्वारा प्रदाय जानकारी के अनुसार आगामी 02 वर्ष में कॉफी पौधों की तैयारी के लिए बीज का उत्पादन प्रारंभ हो जाएगा, जिससे पौधे तैयार करने के लिए बाहर से बीज मंगाने की जरूरत नहीं होगी। 05 लाख कॉफी नर्सरी का उत्पादन उद्यान महाविद्यालय एवं 05 लाख कॉफी पौधे का उत्पादन उद्यानिकीय विभाग के द्वारा किया जाएगा। बैठक में जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी ऋचा प्रकाश चौधरी, संयुक्त कलेक्टर गोकुल रावटे अधिकारीगण उपस्थित थे।