जगदलपुर। पुलिस ने ऑनलाइन ठगी करने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। साथ ही ठगी के पैसों की पूरी रिकवरी भी की गई है। दोनों आरोपी बाप-बेटे बताए जा रहे हैं। जिनमें से मास्टर माइंड बेेटे ने पहले पीडित महिला को KYC अपडेट करने के नाम पर लिंक भेजा। जिसके बाद महिला के लिंक को क्लिक करते ही अकांउट से पैसे गायब होने के मैसेज लगातार महिला को आने लगे। गौरतलब है कि बस्तर जिले में ऐसे ऑनलाइन ठगी के लगभग 46 मामले दर्ज हैं, कोरोना काल के बाद यह पहला मामला है, जिसमें रिकवरी हुई है।
- ऐसे हुआ मामले का खुलासा
धरमपुरा निवासी सामाजिक कार्यकर्ता बेला भाटिया ने अज्ञात आरोपियों द्वारा मोबाईल के माध्यम से के.वाई.सी. अपडेट करने के नाम पर 49011 रू. की धोखाधडी के संबंध में रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। जिस पर कोतवाली थाने में अपराध दर्ज कर जांच की जा रही थी।
पुलिस के आला-अधिकारियों के मार्गदर्शन से कोतवाली थाना प्रभारी एमन साहू के नेतृत्व में कार्यवाही के लिए टीम बनायी गयी। जिसके बाद टीम द्वारा सायबर सेल की मदद से प्रार्थिया के मोबाईल नंबर में बातचीत करने वाले व्यक्ति की पूरी जानकारी निकाली गयी। जानकारी मिलते ही पुलिस टीम आरोपियों को पकड़ने के लिए बिहार के रोहताश जिले के लिए रवाना हुई।
एएसपी ओपी शर्मा ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस की टीम के द्वारा लगातार दो दिन आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए अलग-अलग जगहों पर दबिश दी गई। इस दौरान दोनों आरोपियों को पाण्डेपुर से घेराबंदी कर गिरफ्तार किया गया। आरोपी मनीष कुमार एवं विजय कुमार को गिरफ्त में लेकर पूछताछ करने पर आरोपियों द्वारा के.वाई.सी. अपडेट करने के नाम पर धोखाधड़ी कर 49011 रू. की ठगी करना स्वीकार किया। जिसके बाद दोनो आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमान्ड पर भेजा गया। उक्त पूरी कार्रवाई में निरीक्षक- एमन साहू, उनि. संजय वट्टी, उनि. अमित सिदार (सायबर सेेल प्रभारी), प्र.आर. चोवादास गेंदलें, आरक्षक गौतम चंद सिन्हा, गायत्री प्रसाद तारम, सायबर सेल के दीपक कुमार की विशेष योगदान रहा।