जगदलपुर। जिले में लगातार चोरी की घटनाओं पर कार्रवाई के वाबजूद अपराधियों के हौसले न जाने कैसे प्रबल हो रहे हैं। आए दिन पुलिस चोरी की कोई न कोई घटना पर कार्रवाई कर खुलासा कर रही है, लेकिन 22 दिसंबर की रात बकावंड स्थित प्रसिद्ध गिरोला मंदिर में हुई चोरी के मामले में पुलिस के हाथ अब तक खाली हैं। मंदिर से जुड़े सदस्य के दावे के मुताबिक चोरों ने गर्भगृह में भगवान को चढ़े हुए लाखों के आभूषण और दान पेटी में चढ़ा पैसा व समान चुरा लिया। घटना की सूचना मिलने ही पुलिस आरोपी की तलाश मे जुट गयी, फिर भी अब तक कोई क्लू पुलिस को नहीं मिला है। जिसके बाद पुलिस ने जानकारी देने वाले को 10,000 रूपये का इनाम देने की घोषणा भी कर दी है।
क्या है पूरा मामला..
संभाग मुख्यालय से लगे बस्तर के गिरौला मंदिर में 22 दिसंबर की रात चोरों ने लाखों रूपये नकद के साथ सोने-चांदी के जेवरात पार कर दिये। यह वारदात को अंजाम देने के लिए चोरों ने गर्भगृह समेत दो दरवाजों के ताले तोड़े हैं चोरी की यह पूरी वारदात मंदिर में लगे कैमरों में कैद हुई है लेकिन इससे पुलिस को अभी तक कोई विशेष फायदा नहीं मिल पाया है। दरअसल कैमरे में तीन चोर कैद हुए हैं लेकिन उनके मास्क और देशी स्टाईल में चेहरे पर गमछा बांधा हुआ है, ऐसे में उनका चेहरा साफ तौर पर नहीं दिख रहा है। पुलिस अब चोरों के कद काठी के आधार पर उसे ढूंढ रही है। अभी तक पुलिस को जो जानकारी मिली है उसके अनुसार अंदाजा लगाया जा रहा है कि मंदिर में चोरी करने वाले चोर ओड़िशा के हो सकते हैं। पुलिस ने बताया कि मंदिर के दरवाजों का ताला तोड़कर चोरों ने मंदिर के दानपेटी से नकद और यहां पड़े सोने के जेवरात पार कर दिये हैं। अभी अनुमान लगाया जा रहा है कि नकद समेत जेवरात करीब 4 लाख 95 हजार रूपये के होंगे। पुलिस अफसरों का कहना है कि वारदात में तीन से ज्यादा व्यक्तियों का हाथ है। इसके अलावा मंदिरों में चोरी के मामले में गिरफ्तार किये गये पुराने चोरों की हिस्ट्री भी निकाली जा रही है।
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तीन बार हो चुकी है गिरोला मंदिर में चोरी
इधर हिंगलाजिन मंदिर में अब तक तीन बार चोरी हो चुकी है। एक ही जगह तीन बार गाज़ गिरना संशय का विषय बना हुआ है। बता दें कि सबसे पहले इस मंदिर में वर्ष 1993-94 में चोरी हुई थी, इसके बाद वर्ष 2013 में भी मंदिर में चोरी हुई और 22 दिसंबर 2021 की रात भी चोरों ने इस मंदिर को ही निशाना बनाया। पुलिस अफसरों का कहना है कि मंदिर में चोरी के पुराने रिकार्डों को भी खंगाला जा रहा है।
मंदिरों में लगातार चोरी से नाराज बविप्रा अध्यक्ष लखेश्वर बघेल ने आईजी को लिखा पत्र
मंदिर में चोरी होने के बाद से इलाके के लोगों में थोड़ा रोष है और सभी जल्द से जल्द चोरों को पकड़ने की मांग कर रहे हैं। जिले के मंदिरों में लगातार हो रही चोरी की वारदातों के बाद विगत दिनों बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष व विधायक लखेश्वर बघेल ने बस्तर आईजी को एक पत्र लिखा था। इस पत्र में उन्होंने आईजी को बताया है कि हाल ही में जिले में तीन मंदिरों में चोरी की वारदातें हो गई। इनमे बालीकोंटा स्थित मां हिंगलाजीन मंदिर, गिरौला स्थित हिंगलाजिन मंदिर व बस्तर स्थित गंगादई मंदिर से चोरों ने शातिराना अंदाज में लाखों की चोरी कर ली। पत्र में विधायक ने कहा कि इस तरह की चोरियां पुलिस की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह खड़ा करती हैं। उन्होंने पत्र में यह तक कह दिया कि पुलिस विभाग की उदासीनता के चलते चोरों के हौसले बुलंद हैं। विधायक ने आईजी से कहा है कि पुलिस इन चोरियों की वारदातों को गंभीरता से लें और जल्द से जल्द चोरी की घटना को अंजाम देने वालों को गिरफ्तार करे।
चोरी के आभूषण बेचने की फिराक में आरोपी गिरफ्तार
इधर बस्तर पुलिस ने आज मंदिरों से चोरी किये गये चांदी के आभूषण को बरामद किया है। जिसमें जप्त किये गये चांदी की मात्रा 4.35 किग्रा है, जिसकी अनुमानित कीमत लगभग 2,82,000 रूपये आंकी गई है।
पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि आभूषण के साथ गिरफ्तार आरोपी नवरंगपुर उड़ीसा का निवासी है, जो उक्त आभूषणों को बेचने के फिराक में ग्राहक की तलाश में निकला था। इस बीच नगरनार पुलिस ने आरोपी को आभूषण समेत दबोच लिया।
गौरतलब है कि उक्त जप्त आभूषण के संबंध में पुलिस के पास भी कोई खास जानकारी नहीं है कि यह किस मंदिर से चुराए गये हैं। पुलिस के अनुसार अज्ञात मुख्य आरोपी ने इन आभूषणों को गिरफ्तार आरोपी को बेच दिये थे। जिसके बाद इन्हें बेचने की फिराक में उक्त आरोपी पुलिस के हत्थे चढ़ गया। लोगों में बढ़ते रोष के बीच इस तरह की कार्रवाई मात्र खानापूर्ती नजर आ रही है और लोगों को चोरी के मामले में किसी बड़ी कार्रवाई का इंतजार है।