जगदलपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने छत्तीसगढ की 12 जाति समुदायों को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने की स्वीकृति दी है। इस पहल से बस्तर में अनुसचित जनाजाति वर्ग में हर्ष का माहौल है। भाजापा अनुसूचित जनजाति मोर्चा के पदाधिकारी जगदलपुर के सरगीपाल में गदवा समाज के बीच पहुंचे। सैकड़ों की संख्या में लोग यहां जमा हुए थे। मोर्चा के पदाधिकारियों ने इस सामाज के लोगों को मिठाई बांटी। बतादें सालों से ये लोग मात्रा त्रुटि के चलते अनुसूचित जानजाति में शामिल होने से वंचित थे। गदवा समाज के लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का तहे दिल से शुक्रिया अदा कर रहे हैं। वे कह रहे हैं कि आशा टूट चुकी थी कि वे कभी अनुसूचित जनजाति में शामिल भी होगें, लेकिन देश के प्रधानमंत्री ये बड़ा तोहफा दिया है। छत्तीसगढ़ में बस्तर और सरगुजा में जनजाति वर्ग अधिकांश निवासरत है। इन दोनों ही संभागों में जनजाति वर्ग के बीच खुशी का माहौल है।
इन जनजाति को अनुसचित जनजाति में शामिल किया गया है। (1) भारियाभूमिया के पर्याय के रूप में भूईंया (2) भूईयां भूया नाम के अंग्रेजी संस्करण को बिना बदलाव किए भरिया के रूप में भारिया का सुधार। (3) पांडो के साथ पंडो, पण्डो, पन्डो (4) धनवार के पर्याय के रूप में धनुवार (5) गदबा (6) गोंड के साथ गोंड़ (7) कौंध के साथ कोंद (8) कोडाकू के साथ कोड़ाकू (9) नगेसिया, नागासिया पर्याय के रूप में (10) किसान (11) धनगढ़ का परिशोधन धांगड़ है। बस्तर के सरगीपाल में गदबा समाज के लोग तो भाजापा सरकार के इस फैसले को एतिहासिक बता रहे हैं। सरगीपाल में जश्न और हर्षोल्लास के बीच अनुसूचित जनाजाति मोर्चा के प्रदेश महामंत्री नंदलाल मुड़ामी ने कहा मैं धन्यवाद देता हूं देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जिन्होंने छत्तीसगढ़ के 12 जातियों को अनुसूचित जनजाति में शामिल किया। यह जाति आरक्षण और अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ ले सकेगे। जिससे छात्रवृत्ति रियायत ऋण,अनुसूचित जनजातियों के बालक बालिकाओं को छात्रावास की सुविधा के साथ-साथ शासकीय सेवा और शैक्षणिक संस्थाओं में आरक्षण का लाभ मिलेगा। जिलाध्यक्ष महेश कश्यप ने कहा 12 जाति समुदाय को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने को लेकर भाजपा प्रदेश एवं जिला बस्तर के नेतृत्व को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने छत्तीसगढ़ के लाखों परिवारों के हृदय की बात सुनकर यह बड़ा निर्णय प्रधानमंत्री ने लिया है।
गदबा समाज के कोषाध्यक्ष सोमधर नाग ने कहा गदबा समाज बहुत पीछे था इस निर्णय का गदबा समाज स्वागत करता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विशेष रूप से धन्यवाद प्रेषित करते हैं।
इस अवसर पर मुख्य रूप से संग्राम सिंह राणा, जलन कश्यप, रामप्रसाद बघेल, मोहन, कृष्णा, मयंक यादव, सुखदेव मंडावी, मगतु कश्यप सहित भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित थे।
करीब 76 हजार लोगों को मिलेगा सीधा लाभ
छत्तीसगढ़ प्रदेश के 75 हजार 951से ज्यादा लोग लाभान्वित होंगे। जिससे पांडो के साथ पंडो, पंडो जाति मे 956, धनवार के पर्याय के रूप में धनुहार, धनुवार जाति मे 1113, गदबा जाति मे 8535, गोंड के साथ गोड़ मे 40153, काध के साथ कोद 503, कोडाकू के साथ कड़ाकूकजाति मे 4842, नागासिया के पर्याय के रूप में किसान में 4230, धनगढ़ का परिशोधन धागड़ जाति में 10422 की वृद्धि होना अनुमानित है, जबकि अन्य जाति मिलाकर यह आंकड़ा 75000 से ऊपर पहुंचता है। पूरे प्रदेश में इस निर्णय से खुशी व्याप्त है।