कंजंक्टिवाइटिस आँख आना की रोकथाम एवं बचाव हेतु सलाह
जगदलपुर। स्वास्थ्य विभाग द्वारा कंजंक्टिवाइटिस आँख आना की रोकथाम एवं बचाव हेतु सलाह देते हुए कंजंक्टिवाइटिस आँख आना की रोकथाम हेतु जानकारी एवं सलाह देने नेत्र विशेषज्ञों की टीम गठित किया गया है। जानकारी में बताया गया है कि कंजंक्टिवाइटिस आँखों में होने वाला एक सामान्य संक्रमण है एवं प्रायः अपने आप ठीक हो जाता है। कारण आँख का पुतली का सफेद हिस्सा लाल हो जाता है, आँखों में जलन खुजली, आंखों में पानी या आंसू आना एवं पलकों में सूजन आदि लक्षण होते हैं। कंजंक्टिवाइटिस आंख का आना के प्रकार बैक्टीरियल कंजंक्टिवाइटिस, वायरल कंजंक्टिवाइटिस एवं जाईट पेपिलरी कंजक्टिवाइटिस है। आँख आने का मुख्य कारण वायरस, बैक्टीरिया एवं एलर्जी हो सकते हैं एवं एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति के संपर्क में आने पर फैलता है, या टावेल-गमछा और अन्य घरेलू सामान का उपयोग करने पर संक्रमण फैल जाता है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जगदलपुर द्वारा कंजक्टिवाइटिस होने पर सलाह में अवगत कराया गया है कि मरीज के आस-पास रहने वाले व्यक्तियों को कई बार साबुन पानी या सेनेटाइजर से हाथ धोना चाहिए। फिल्टर किए ठंडे पानी से आंखों को धोएं। टिश्यू पेपर से ही आंखों को पोछें और कचरे के डिब्बे में डालें। रोशनी की चकाचैंध से बचने के लिए धूप का चश्मा पहनें और नेत्र विशेषज्ञ द्वारा दी गई सलाह के अनुसार दवाई का उपयोग करें। वहीं आँख आने पर भीड़-भाड़ में न जायें। अपने उपयोग की वस्तुऐं किसी को न दें। आँखों को हाथों से न रगड़ें और कॉन्टेक्ट लेंस का उपयोग न करें। उपयोग की गई आई-ड्रॉप्स का उपयोग न करें। नेत्र विशेषज्ञ से बिना पूछे स्टीरॉयड आई-ड्रॉप्स मेडिकल स्टोर से सीधे दवाईयां न खरीदें। उन्होंने बताया कि विभाग के द्वारा कंजंक्टिवाइटिस की रोकथाम हेतु अधिक जानकारी एवं सलाह देने के लिए नेत्र विशेषज्ञों की टीम गठित किया गया है। जिसके तहत टीम में डॉ. सरिता थॉमस महारानी अस्पताल 9826199082, डॉ. भाषिता साहु महारानी अस्पताल 9407256370, डॉ छाया शोरी मेडिकल कॉलेज डिमरापाल 9826120167, डॉ. मनीकिरण मेडिकल कॉलेज डिमरापाल 6396134979 तथा डॉ. टी. सी. आडवानी मेडिकल कॉलेज डिमरापाल 9425260041 सम्मिलित हैं।