रिहायशी क्षेत्र में शराब दुकान का विरोध तेज़, पूर्व विधायक बाफना ने प्रशासन से की पुनर्विचार की मांग

धार्मिक स्थलों के समीप शराब दुकान का विरोध, पूर्व विधायक ने जताई गहरी आपत्ति
जगदलपुर। शहर के कोतवाली थाना के ठीक सामने स्थित नगरपालिक निगम के व्यावसायिक कॉम्पलेक्स में स्थानीय प्रशासन के द्वारा प्रस्तावित शराब की दुकान संचालित करने की योजना को लेकर भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधायक संतोष बाफना ने हिन्दू और जैन समुदाय की धार्मिक भावनाओं एवं महिलाओं व बुजुर्गों की सुरक्षा की दृष्टि व जनमानस की भावनाओं को मद्देनजर रखते हुए प्रशासन को अपने फैसले पर पुनर्विचार करने और प्रस्तावित शराब की दुकान को रिहायशी व धार्मिक स्थल से कहीं दूर जगदलपुर शहर से बाहर अन्यत्र संचालित करने का अनुरोध किया है।
गौरतलब है कि पिछले दिनों जगदलपुर शहर के गणमान्य नागरिकों व स्थानीय व्यवसायियों ने पूर्व विधायक बाफना को अवगत कराया था कि कोतवाली थाना के ठीक सामने व्यावसायिक कॉम्प्लेक्स में शराब की दुकान खोला जाना प्रस्तावित है जिसे लेकर स्थानीय लोगों में चिंता है कि, प्रशासन के इस फैसले से इलाके में अपराध बढ़ेगा व क्षेत्र की शांति भी भंग होगी। जनता की मांग पर पूर्व विधायक बाफना ने अपना विरोध जताते हुए कहा है कि, रिहायशी इलाके में शराब की दुकान खोलने का स्थानीय प्रशासन का निर्णय नियमों के खिलाफ है जबकि नियमानुसार किसी भी शराब की दुकान को रिहायशी, धार्मिक जैसे स्थलों से उचित दूरी पर होना चाहिए, लेकिन प्रस्तावित दुकान से महज 100 मीटर की दूरी पर श्री जैन श्वेताम्बर मंदिर एवं कोतवाली थाना के ठीक सामने पुलिस लाईन परिसर में श्री शंकर मंदिर व पुलिस कर्मचारियों की कॉलोनी, एसबीआई बैंक, तमाम शासकीय कार्यालय एवं पुलिस अधीक्षक कार्यालय भी बमुश्किल 150 मीटर की दूरी पर ही स्थित है जो कि सर्वविदित भी है। बावजूद स्थानीय प्रशासन को प्रस्तावित स्थल के समीप धार्मिक स्थल की जानकारी होते हुए भी शराब की दुकान संचालित करने का यह फैसला हिन्दू एवं जैन समुदाय की धार्मिक आस्था पर चोट पहुॅचाने का निर्णय प्रतीत होता है। प्रशासन के इस निर्णय से न केवल लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत होंगी, अपितु बुजुर्गों, महिलाओं व युवा वर्ग के लिए भी क्षेत्र का सामाजिक वातावरण हानिकारक साबित होगा। ऐसे में रिहायशी क्षेत्र में शराब की दुकान खोलने का निर्णय वर्तमान सरकार की नीतियों के खिलाफ भी जाता है। पहले भी इस मुद्दे को लेकर कई आंदोलन हो चुके हैं ऐसे में पुनः रिहायशी क्षेत्र में शराब की दुकान खोलने का निर्णय किसी भी दृष्टिकोण से उचित नहीं है।