उल्टी-दस्त की शिकायत पर कलेक्टर ने दूषित जलस्रोत को तुरंत बंद करने निर्देश दिए, नये नलकूप खनन की दी स्वीकृति

दूसरे दिन भी लगाया गया स्वास्थ्य शिविर, दूसरे दिन उल्टी-दस्त के मात्र 3 मरीज मिले: निशुल्क दवाईयां वितरित

जगदलपुर। बस्तर जिले के बकावण्ड विकासखण्ड के ग्राम पीठापुर के खासपारा में दूषित जलस्रोत के कारण उल्टी-दस्त फैलने पर कलेक्टर डाॅ. अय्याज तम्बोली ने दूषित जल स्रोत को तत्काल बंद करने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर के निर्देश पर लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा दूषित जलस्रोत (नलकूप) को बंद कर दिया गया है। कलेक्टर ने वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में नया नलकूप खनन के निर्देश दिए हैं। लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग द्वारा आज नया नलकूप खनन स्वीकृति दे दी गई है। कल तक नया नलकूप खनन कर दिया जाएगा। नये नलकूप खनन होने तक वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर गांव में टैंकर से पानी की आपूर्ति की जा रही है।इधर मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ. आर. के.चतुर्वेदी ने बताया कि गांव में अभी स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन एहतियात के तौर पर अभी स्वास्थ्य शिविर जारी रहेगा। उन्होंने बताया दूसरे दिन भी स्वास्थ्य शिविर में लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया, जिसमें उल्टी-दस्त के 3 मरीज पाए गए। इन सभी मरीजों का निशुल्क उपचार के साथ ही दवाईयां वितरित की गई। डाॅक्टरों ने ग्रामीणों साफ-सफाई के साथ ही पानी उबालकर पीने की सलाह दी गई। डाॅ चतुर्वेदी ने बताया कि ग्रामीणों को यहां ओआरएस के पैकेट और क्लोरीन के टैबलेट भी वितरित किए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा यहां जनप्रतिनिधियों के साथ साफ-सफाई के संबंध में चर्चा करने के साथ ही घर-घर पहुंचकर ग्रामीणों को पानी उबालकर पीने और साफ-सफाई के लिए प्रेरित किया जा रहा है। शिविर में खण्ड चिकित्सा अधिकारी डाॅ. भंवर, महामारी विशेषज्ञ डाॅ. दीपक पाणीग्राही सहित चिकित्सा विभाग के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित थे।

दिनेश के.जी. (संपादक)

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