जगदलपुर। बस्तर जिले में कोरोना वैक्सीन की पहली खेप आज पहुंच गई है। पहली खेप के तौर पर प्राप्त टीके को महारानी अस्पाताल स्थित भण्डारण केन्द्र में रखा गया है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आरके चतुर्वेदी ने बताया कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया द्वारा निर्मित ‘कोविशील्ड’ के 5440 डोज जिले को मिले हैं। स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़े कार्मिकों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को ये टीके लगाए जाएंगे। 16 जनवरी को जिले में छः स्थानों में स्वास्थ्यकर्मियों को टीके लगाने के साथ इस टीकाकरण अभियान की शुरुआत होगी। टीकाकरण का कार्य सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बास्तानार, बकावंड, बस्तर, नानगुर, बीएससी नर्सिंग काॅलेज जगदलपुर और मेडिकल काॅलेज डिमरापाल में किया जाएगा। इन सभी केन्द्रों में 100-100 लोगों को टीका लगाने की तैयारी की जा चुकी है। उल्लेखनीय है कि कोरोना के संक्रमण को रोकने और इसकी कड़ी को तोड़ने के लिए यह टीकाकरण किया जा रहा है। स्वास्थ्य कर्मी बार-बार मरीजों के संपर्क में आते हैं, जिसके कारण इसके समुदाय में संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है। इस कड़ी को तोड़ने के लिए ही सबसे पहले स्वास्थ्य कर्मियों को यह टीका लगाया जा रहा है। फ्रंटलाईनर जैसे सुरक्षाकर्मी और सफाईकर्मियों का टीकाकरण भी किया जाएगा।
स्वास्थ्य विभाग द्वारा निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार इन टीकों के परिवहन और भंडारण की पुख्ता व्यवस्था की गई है। सभी केन्द्रों में टीकाकरण के लिए मॉकड्रिल और आपात स्थिति से निपटने का पूर्वाभ्यास भी किया जा चुका है। मुख्य भण्डारण केन्द्र से टीकाकरण केन्द्र तक वैक्सीन भेजने के लिए इंसुलेटेड वैक्सीन वेन की व्यवस्था की गई है। टीकाकरण के बाद किसी भी तरह की प्रतिकूल घटना या आपात स्थिति के प्रबंधन के लिए राज्य स्तर से लेकर टीकाकरण स्थलों तक एईएफआई (AEFI & Adverse Event Following Immunization)प्रबंधन प्रणाली को सुदृढ़ किया गया है। सभी टीकाकरण केंद्रों को नजदीकी एईएफआई प्रबंधन प्रणाली जैसे मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पताल या सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से जोड़ा गया है।