आईएमडी द्वारा जारी किए गए बुलेटिन में कहा गया, ‘‘इसके (तौकते) अगले छह घंटे के दौरान ‘भीषण चक्रवाती तूफान’ में परिवर्तित होने की काफी संभावना है और फिर अगले 12 घंटे में इसके ‘अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान’ में बदलने की संभावना है।”
नई दिल्ली। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने शनिवार को कहा कि अरब सागर के ऊपर बना दबाव का क्षेत्र अब चक्रवाती तूफान ‘तौकते’ में तब्दील हो गया है और इसके 18 मई के आसपास पोरबंदर तथा नलिया के बीच गुजरात तट को पार करने की संभावना है। इसने कहा कि ‘तौकते’ 16 से 18 मई के बीच अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान के रूप में रहेगा।
आईएमडी द्वारा दोपहर 1:45 बजे जारी किए गए बुलेटिन में कहा गया, ‘‘इसके (तौकते) अगले छह घंटे के दौरान ‘भीषण चक्रवाती तूफान’ में परिवर्तित होने की काफी संभावना है और फिर अगले 12 घंटे में इसके ‘अत्यंत भीषण चक्रवाती तूफान’ में बदलने की संभावना है। इसके उत्तर-उत्तर-पश्चिमी दिशा की तरफ बढ़ने और लगभग 18 मई को अपराह्न/शाम के समय पोरबंदर तथा नलिया के बीच गुजरात तट को पार करने की संभावना है।’’
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने शनिवार को कहा कि केंद्रीय परामर्श के अनुसार, सौराष्ट्र क्षेत्र के जिलों में घरों, सड़कों और विद्युत एवं संचार लाइनों के नुकसान का पूर्वानुमान जताया गया है।
कर्नाटक के गृह मंत्री बसवराज बोम्मई ने कहा कि Cyclone Tauktae कर्नाटक तट से टकराया है। वहां एनडीआरएफ की दो टीमें हैं। हम एसडीआरएफ की तीन टीमें भी तैनात कर रहे हैं। कर्नाटक के तीन तटीय जिलों में चौबीसों घंटे 1000 लोग काम करेंगे।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने चक्रवात के मद्देनजर राहत एवं बचाव कार्य के उद्देश्य से अपनी टीमों की संख्या बढ़ा दी है। केंद्रीय जल आयोग ने भी चक्रवात को लेकर केरल के मध्य एवं उत्तरी हिस्सों, पास के दक्षिण तटीय एवं कर्नाटक के दक्षिण तटवर्ती क्षेत्रों के लिए मध्यम से उच्च स्तर के जोखिम का अलर्ट जारी किया है। गोवा में सरकार ने चक्रवात के मद्देनजर आवश्यक कदम उठाए हैं।
गोवा में 15 और 16 मई को हो सकती है भारी बारिश
आईएमडी के अनुसार चक्रवात के चलते कोंकण और गोवा में 15 और 16 मई को भारी से अत्यंत भारी बारिश हो सकती है। गोवा अग्निशमन एवं आपात सेवा ने कहा कि इसने स्थिति से निपटने के लिए अपने कर्मियों को तैयार रखा है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य के तटीय जिलों के अधिकारियों को सतर्क रहने और स्थिति से निपटने के लिए उपकरणों से लैस रहने के निर्देश दिए हैं।