कर्ज-मुक्ति और समर्थन-मूल्य सहित किसानों के अन्य मुद्दों पर ‘राष्ट्रीय किसान परिषद’ और ‘छत्तीसगढ़ प्रगतिशील किसान संगठन’ साथ मिलकर करेंगे संघर्ष

जगदलपुर। बस्तर के दंतेवाड़ा से 10 सितंबर को पैदल यात्रा पर निकले किसान आज अभनपुर पहुंच गये और कल 18 सितंबर को प्रात: 8 बजे प्रस्थान करके लगभग 400 किमी की पदयात्रा करके दोपहर 2 बजे लाखे नगर के ईदगाह पहुंचेंगे, जहां किसानों की सभा होगी।
अभनपुर मंडी में आज शाम 4.30 बजे छत्तीसगढ़ प्रगतिशील किसान संगठन के प्रतिनिधिमंडल के साथ पदयात्रा के आयोजक राष्ट्रीय किसान परिषद के संयोजक सुरेश यादव की बैठक हुई, उन्होने बताया कि बस्तर में किसानों की हालत बहुत खराब है, फाईनेंस कंपनियां किसानों के ट्रेक्टर जब्त कर लेते हैं, बिना कमीशन दिये किसानों को केसीसी में कर्ज नहीं दिया जाता, चिटफंड कंपनियां किसानों की लूट करने में लिप्त हैं, बस्तर के किसान सूखा राहत और फसल बीमा के लाभ से वंचित हैं, फसल का लाभकारी दाम नहीं मिलने के कारण कर्ज में डूबे हुए हैं, किसानों के भोलेपन और अग्यानता का अनुचित लाभ उठाते हुए फाईनेंस कंपनियां किसानों को कर्ज के मकड़जाल में फंसा लेते हैं, शासन प्रशासन के समक्ष किसानों के फ़रियाद की कोई सुनवाई नहीं होती जिससे परेशान होकर किसानों को राजधानी रायपुर तक पदयात्रा निकालने और सरकार से गुहार लगाने का निर्णय लेना पड़ा।
छत्तीसगढ़ प्रगतिशील किसान संगठन के संयोजक राजकुमार गुप्त ने बस्तर के पदयात्री किसानों को भरोसा दिया है कि प्रदेश के किसान बस्तर के किसानों के संघर्ष में साथ हैं। दोनों किसान संगठनों ने निर्णय लिया है कि भविष्य में किसानों की समस्या को लेकर मिलकर संघर्ष करेंगे और शीघ्र ही किसान संगठनों का राज्य स्तरीय फेडरेशन बनाने के लिए संयुक्त रूप से बैठक आयोजित करेंगे।
दोनों संगठनों में इस बात पर भी सहमति बनी है कि सूखा राहत और फसल बीमा योजना पर शीध्र ही जगदलपुर में बस्तर के किसान प्रमुखों की बैठक रखी जायेगी जिसमें छत्तीसगढ़ प्रगतिशील किसान संगठन को आमंत्रित किया जायेगा।