बस्तर जिले में भी धुमाल व ब्रास बैंड के कारोबार को अनुमति देकर राहत पहुंचाने पूर्व विधायक ‘बाफना’ ने लिखा कलेक्टर को पत्र

जगदलपुर। छत्तीसगढ़ में रायपुर, बिलासपुर की तर्ज पर बस्तर जिला में भी धुमाल/ब्रास बैंड के कारोबार से जुड़े लोगों को जिला प्रशासन की ओर से अब तक राहत नहीं मिलने पर चिंता जाहिर करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं क्षेत्र के पूर्व विधायक संतोष बाफना ने जिला कलेक्टर को पत्र लिखा है।

बता दें कि, बस्तर जिला के धुमाल/ब्रास बैंड कई संचालकों ने व्यक्तिगत रूप से एवं फोन-सोशल मीडिया माध्यम से क्षेत्र के पूर्व विधायक को अपनी समस्या से अवगत कराकर संबंधित मामले में हस्ताक्षेप करने का आग्रह किया था। जिस पर बाफना ने भी अपनी संवेदना का परिचय देते हुए जिला कलेक्टर को पत्र लिखकर प्रकरण पर उदारतापूर्वक विचार करते हुए संबंधित कारोबारियों को राहत पहुॅचाने का आग्रह किया है।

पूर्व विधायक बाफना ने अपने पत्र में कहा है कि, कोरोना महामारी की दूसरी लहर के कारण बस्तर जिला में लगे लाॅकडाउन के बाद से ही धुमाल/ब्रास बैंड पार्टियों में काम करने वाले कलाकारों और बैंड मालिकों को आर्थिक तंगी से जुझना पड़ रहा है। इसका एक कारण यह भी समझा जा सकता है कि, सभी धुमाल/ब्रास बैंड पार्टियों की मार्च से लेकर जुलाई तक की वैवाहिक व अन्य शुभ कार्यक्रमों की बुकिंग थी।

किन्तु लाॅकडाउन के बाद से एवं आज पर्यन्त तक जब बस्तर जिला में पुनः अनलाॅक की प्रक्रिया प्रारंभ हो चुकी है, सभी व्यावसायिक गतिविधियों की अनुमति मिल चुकी है। फिर भी धुमाल/ब्रास बैंड वाले कारोबारियों का व्यवसाय पूरी तरह ठप पड़ा हुआ है। जबकि इस व्यवसाय के माध्यम से कई लोगों का गुजारा होता है इसलिए इस व्यवसाय के संचालक व कलाकार वैवाहिक कार्यक्रमों का वर्षभर इंतजार करते हैं। ताकि शादी के सीजन में होने वाली कमाई से उनका घर चल सके। अप्रैल-मई महीना तो लाॅकडाउन की वजह से समाप्त हो गया है और जून की बुकिंग भी कैंसिल हो रही है और अब बचा तो सिर्फ जुलाई का महीना। यदि आगे भी ऐसे ही हालात बने रहे व अन्य व्यावसायियों की तरह राहत नहीं मिली तो धुमाल/ब्रास बैंड से जुड़े लोगों पर रोजी-रोटी का संकट और अधिक गहराने लगेगा।

मेरा ऐसा मानना है कि, जिस प्रकार रायपुर व बिलासपुर जिले में कोरोना संक्रमण के घटते प्रभाव को देखते हुए अन्य सभी व्यावसायियों की तरह धुमाल/ब्रास बैंड से जुड़े कारोबारियों को राहत पहुॅचाने का कार्य किया गया है उसी प्रकार बस्तर जिला में भी जुलाई माह तक बचे हुए वैवाहिक कार्यक्रमों को देखते हुए बैंड पार्टी के उपयोग हेतु निम्न शर्तों के साथ जिसमें जहाॅ बैंड का इस्तेमाल होना है उस स्थान की जानकारी प्रशासन को देना, बैंड में शामिल लोगों का थर्मल स्क्रीनिंग करना, मास्क व सैनेटाइजर का उपयोग करना, आपस में दो गज की दूरी बनाये रखना, वैक्सीन लगाने की अनिवार्यता, बैंड वालों के साथ सड़क पर नाचते हुए बारात पर प्रतिबंध लगाना एवं सिर्फ दुल्हा व दुल्हन के घर पर ही बैंड बजाने जैसी हिदायतों के साथ अनुमति प्रदान करने पर प्रशासन को विचार करना चाहिए। ताकि इस व्यवसाय से जुड़े लोग आर्थिक मंदी से उभर सकें।

दिनेश के.जी. (संपादक)

सिर्फ खबरें लगाना हमारा मक़सद नहीं, कोशिश रहती है कि पाठकों के सरोकार की खबरें न छूटें..

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Dinesh KG
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