जगदलपुर। राजनांदगांव सांसद संतोष पाण्डेय ने आपातकाल के विषय पर आज भाजपा कार्यालय में आयोजित विचार गोष्ठी में मुख्यवक्ता के तौर पर अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने अपने राजनीतिक हितों के लिए 46 वर्ष पूर्व देश में आपातकाल लगाकर देश को जो पीड़ा दी है, वह कभी भुलायी नहीं जा सकती है। जब भी अपने स्वार्थ सिध्दी की बात आयी है तो कांग्रेस के लिए कभी भी राष्ट्र प्राथमिकता में नहीं रहा है। एक परिवार ही इन 70 वर्षों में कांग्रेस की मुख्य प्राथमिकता और केन्द्र बिन्दु है। श्री पांडे कहा कि जब देश में आपातकाल लगा, तब जो परिस्थितियां निर्मित हुई थी वह किसी से छिपी नही है।बस्तर के माटीपुत्र महाराजा प्रवीरचंद्र भंजदेव की हत्या राजनैतिक थी।जिसके बाद बस्तर में एक आपातकाल जैसी स्थिति निर्मित हो गई थी, इसके लिए कौन जिम्मेदार है, पूरा देश जानता है।
सांसद श्री पाण्डेय ने कहा कि आपातकाल के दौरान बेवजह लोगों को मीसाबंदी के नाम पर जेल में डाल दिया गया था। ऐसे अनेक परिवार है, जिनके लिए यह समय पीड़ा काल रहा है। उन्होंने कहा कि आपातकाल ने देश की राजनीतिक व्यवस्था को बदल कर रख दिया। एकांकी लोकतंत्र के नाम पर सत्ता में बैठी कांग्रेस के खिलाफ भारी जन आक्रोश देखने को मिला जिसके बाद से इस देश में परिवर्तन का दौर शुरु हुआ और धीरे-धीरे कांग्रेस का पतन भी शुरु होने लगा। देश को यह मालूम हो गया था कि कांग्रेस सत्ता के सुख के लिए किसी भी हद तक जा सकती है इसलिए लगातार कांग्रेस को जनादेश उसके खिलाफ मिलने लगा और आज जो हालत कांग्रेस की है उसकी नींव आपातकाल में ही रखी जा चुकी थी।
प्रदेश कार्यालय प्रभारी सुभाष राव ने कहा कि आपातकाल का वह दौर बेहद भयावह था। देश में तानाशाही कायम करने के लिये सारी व्यवस्थायें बंधक बना ली गयी थी।राजनैतिक,प्रशासनिक आतंकवाद का क्रूर रूप भारत की जनता ने कांग्रेस के थोपे गये आपात काल मे देखा है। कार्यक्रम का संचालन रामाश्रय सिंह व आभार प्रदर्शन श्रीनिवास मिश्रा ने किया। आज आयोजित संगोष्ठी में प्रमुख रुप से पूर्व सांसद दिनेश कश्यप,भाजपा जिलाअध्यक्ष रूप सिंह मंडावी,डाॅ.सुभाउ कश्यप,कमलचंद भंजदेव, विद्या शरण तिवारी समुंदसाय कच्छ, लच्छू राम कश्यप वेद प्रकाश पांडे, योगेंद्र पांडे,श्रीधर ओझा,जिला पंचायत अध्यक्ष वेदवती कश्यप,मनीराम कश्यप,रजनीश पाणिग्रही,नरसिंह राव,वीरेन्द्र राजपूत,सुरेश गुप्ता,मनोहर तिवारी,आर्येन्द्र आर्य,संग्राम सिंह राणा,संजय पांडे,अविनाश श्रीवास्तव,आलोक अवस्थी,रामकुमारी यादव,लक्ष्मी कश्यप,राजेन्द्र बाजपेयी,राजपाल कसेर,प्रकाश झा,गणेश काले,विक्रम यादव आदि पार्टी पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद थे।