खोई हुई जमीन तलाशने की कवायद में भाजपा, युवा नेत्री कर रही सुकमा के अंदरूनी इलाकों में लगातार भ्रमण, नक्सल प्रभावित ग्राम कुंदनपाल में लगाई महिलाओं की चौपाल

सुकमा। कोंटा में पिछले 9 विधानसभा चुनाव में भाजपा को कम मतों से हार का सामना करना पड़ा है। पिछले लगभग 45 वर्षो से भाजपा लगातार प्रयास कर रही है, परंतु मतों के इस अंतर को दूर नहीं कर पाई है। 15 वर्ष सत्ता के रहने के समय भाजपाई सिर्फ सड़क की राजनीति ही करते रहें है। दूसरी ओर कोंटा से विधायक व वर्तमान में छत्तीसगढ़ शासन में मंत्री कवासी लखमा की लोकप्रियता लगातार बढ़ी है, जो कोंटा से पांच बार विधायक निर्वाचित हुए हैं, यही वजह है की विपक्ष में रहकर भाजपा इस बार जोरदार तैयारी में लगी हुई है।

कोंटा विधानसभा में 75,268 पुरूष मतदाताओं पर यहां 81,570 महिला वोटर्स हैं व महिलाओं का मत प्रतिशत भी अधिक ही रहता है। शायद यही वजह है कि सुकमा के पाकेला गाँव से भाजपा ने पढ़ी लिखी महिला चेहरा अधिवक्ता दीपिका शोरी को भाजयुमो का प्रदेश उपाध्यक्ष का दायित्व देकर महिला मतदाताओं को साधने का प्रयास किया है व दीपिका भी सुकमा जिले के अंदरूनी क्षेत्रों में लगातार भ्रमण कर महिला सशक्तिकरण की दिशा में उन्हें कानूनी जानकारी व महिलाओं के अधिकार बता कर जागरूक करने का कार्य कर रही है।

विगत दिनों दीपिका ने नक्सल प्रभावित ग्राम कुंदन पाल में महिलाओं के संग चौपाल लगाई इस चौपाल में कुंदन पाल व आसपास की लगभग 100 महिलाओं ने भाग लिया दीपिका ने उन महिलाओं को उनके कानूनी अधिकारों के साथ-साथ समूह के माध्यम से किस प्रकार हम अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूत कर सकते हैं, वह और कौन-कौन से कार्य कर सकते हैं इस संबंध में बताया।

विदित हो कि कुन्दनपाल जिला मुख्यालय से लगभग 50 किमी दूर एनएच 30 से लगभग 15 किमी अंदर बसा हुआ है एक लंबे अंतराल के बाद किसी जनप्रतिनिधि को अपने बीच पाकर यहाँ की महिलाएं भी बहुत खुश नजर आ रही थी दीपिका ने उन्हें बताया कि स्त्री सृजनकर्ता है हम हर मामले में पुरुष के बराबर हैं कभी भी स्त्री किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से पीछे नहीं है उन्होंने छत्तीसगढ़ की राज्यपाल सुश्री अनुसुइया उइके के बारे में महिलाओं को बताते हुए कहा कि वो भी एक आदिवासी महिला हैं व आज हमारे राज्य की राज्यपाल हैं। दीपिका ने विभिन्न महिलाओं के सम्बंध में बताया जिन्होंने अपने अपने क्षेत्र में कीर्तिमान स्थापित किए हैं। दीपिका ने उपस्थित महिलाओं को मताधिकार के महत्त्व को भी बताया कि एक अच्छे जनप्रतिनिधियों में क्या गुण होने चाहिए महिलाओं ने भी उनकी बातों को बहुत ही ध्यान से सुना।

मास्क व सेनेटाइजर का भी वितरण किया

दीपिका ने उपस्थित सभी महिलाओं को कोरोना महामारी के विषय मे बताते हुए सभी से वैक्सिनेशन कराने हेतु अपील किया साथ ही साथ सभी को खादी से बने मास्क का वितरण करते हुए स्वदेशी अपनाने हेतु भी अपील किया

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दीपिका ने महिलाओं को बताए दो सूत्र

1. भारत के किसी भी होटल में पानी पीने व शौच जाने का हर महिला को कानूनी अधिकार प्राप्त है।

2. किसी भी गर्भवती महिला को कोई भी नौकरी से नहीं निकाल सकता।

दिनेश के.जी. (संपादक)

सिर्फ खबरें लगाना हमारा मक़सद नहीं, कोशिश रहती है कि पाठकों के सरोकार की खबरें न छूटें..

Dinesh KG
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