जगदलपुर। अनुसूचित जनजाति मोर्चा प्रदेश महामंत्री नंदलाल मुडामी ने कहा हड़मामुंडा गांव में सीएम भूपेश बघेल की सभा मे शामिल होने निकली ग्रामीणों से भरी ट्रक नकुलनार के पास भीषण हादसे की शिकार हो गयी थी। घटना में 03 ग्रामीणों की मौत और 40 से अधिक ग्रामीण घायल हो गये थे।
भाजपा नेता मुड़ामी ने बताया कि घटना के 7 महीने बाद भी मृतकों के परिजनों को २-२ लाख रुपये के मुआवजे के चेक की राशि उन्हें नहीं मिली। कांग्रेस सरकार के दिवालियेपन की हद तो तब पार हो गयी, जब पीड़ितों के वन विभाग की तरफ से मिले चेक ही बैंक में बाउंस हो गये। इधर पीड़ितों ने अपनी समस्या बार-बार वन विभाग के अधिकारियों को बताई। महीनों जब वन विभाग ने पीड़ितों की कोई मदद नही की, तब पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने पीड़ितों की आवाज उठाई। सरकार के दिवालियेपन पर सवाल उठाये। अपनी बदनामी बचाने के लिए कांग्रेस सरकार ने वन विभाग को फटकार लगाकर रातों रात दो-दो लाख रुपये नगद पीड़ितों को देने भेजे।
उन्होंने कहा कि वन विभाग के एसडीओ सोनवानी स्वतन्त्रता दिवस से एक दिन पूर्व रात मदद करने पहुँचे थे। मगर अब भी गांव एक दिव्यांग मृतक सोमारू मंडावी के परिजनों को मुआवजा राशि नहीं मिला है और घायल कई ग्रामीणों को भी मदद नहीं मिल पाया है। पूर्व मुख्यमंत्री की पहल से 02 पीड़ित परिजनों को 2-2 लाख रुपये नगद मिले। इसके लिये डॉ रमन सिंह का ग्रामीणों ने अभार माना। मुड़ामी ने कहा कि कांग्रेस की सरकार को जल्द दिव्यांग मृतक सोमारू के परिजनों को भी मुआवजा दे और घायल ग्रामीणों को मुआवजा की मदद दे।