जगदलपुर। शहीद महेन्द्र कर्मा विश्वविद्यालय के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों ने आज वेतन में कटौती की समस्या के निराकरण के लिये विधायक एवं संसदीय सचिव (श्रम एवं नगरीय प्रशासन) ‘रेखचंद जैन’ से मुलाकात की। कर्मचारियों ने 12 वर्षों में पहली बार हुई इस तरह की वेतन कटौती से नाराजगी जताते हुए विधायक एवं संसदीय सचिव ‘जैन’ को ज्ञापन सौंपकर संबंधित समस्या से अवगत कराया।
इस दौरान कर्मचारियों ने बताया कि शहीद महेन्द्र कर्मा विश्वविद्यालय में कार्यरत दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों का अगस्त माह 2021 में कुछ शासकीय अवकाश दिवसों का वेतन काटा गया है, जबकि अन्य किसी भी शासकीय कार्यालय में दैनिक वेतन भोगी कर्मियों का शासकीय अवकाश में वेतन नहीं काटा जाता है। उन्होंने कहा कि वे इस विश्वविद्यालय में 12 वर्षों से कार्य कर रहे हैं लेकिन इस प्रकार शासकीय अवकाश दिवसों का इससे पूर्व कभी भी वेतन नहीं काटा गया है। इस माह कुछ कर्मचारियों को छोड़कर अन्य सभी कर्मचारियों का वेतन काटा गया है, जो कि नियम विरूद्ध है और असंगत है।
साथ ही कर्मचारियों ने संसदीय सचिव ‘रेखचंद जैन’ से गुहार लगाते हुए कहा कि विगत 12 वर्षों के कार्यकाल में कभी ऐसा नहीं हुआ, वाबजूद इसके अचानक किसी नये नियम की बात कर वेतन में कटौती करना समझ से परे है। साथ ही कर्मचारियों ने कहा कि उन्होंने भी नियमित वर्ग के कर्मचारियों की तरह पूरा कार्य किया है, इसीलिए उन्हें भी शासकीय अवकाश के उपभोग का लाभ दिलाने में सहयोग करें।
उक्त मामले में त्वरित संज्ञान लेते हुए विधायक रेखचंद जैन ने कुलसचिव वी.के. पाठक से दुरभाष पर बात कर संबंधित विषय पर चर्चा की। श्री जैन ने कर्मचारियों के हित को ध्यान में रखते हुए शीघ्रातिशीघ्र उक्त समस्या के निराकरण हेतु निर्देशित किया। वहीं कुलसचिव ने भी उक्त मामले पर पुनर्विचार कर नियमों के अनुरूप कार्यवाही करने की बात कही।
सीजीटाइम्स से बातचीत में कुलसचिव “वी.के. पाठक “ने बताया कि कुछ लोगों का अवकाश के दौरान वेतन काटा गया था। बहरहाल विधायक जी से भी इस विषय पर चर्चा हुई है, उक्त विषय पर पुनर्विचार किया जायेगा। विश्वविद्यालय में नियमों का अक्षरशः पालन किया जा रहा है। किसी भी कर्मचारी का अहित नहीं होने देंगे।
उधर कर्मचारियों का कहना है कि मांग पूरी नहीं होने की स्थिति में वे सभी राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री से भी मिलेंगे। वहीं ज्ञापन सौंपने के दौरान शहीद महेन्द्र कर्मा विश्वविद्यालय के समस्त दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी मौजूद रहे।