मुख्यमंत्री के विशेष सचिव ‘भारतीदासन’ ने पपीता उत्पादक महिलाओं से की मुलाकात, चखा बस्तर के पपीतों का स्वाद

जगदलपुर। मुख्यमंत्री के विशेष सचिव एस. भारतीदासन ने आज तीरथगढ़ में अत्याधुनिक ढंग से की जा रही पपीते की खेती देखने पहुंचे। उन्होंने यहां के पपीतों का स्वाद भी लिया और इसकी जमकर सराहना भी की। स्वसहायता समूह की सचिव हेमा और सदस्य फूलाबाई ने चर्चा के दौरान यहां हो पपीता उत्पादन के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने छत्तीसगढ़ शासन और जिला प्रशासन के प्रति अपना आभार व्यक्त करते हुए कहा कि वे पहले दूसरों के मजदूरी का कार्य करती थीं, किन्तु अब वे यहां स्वयं के लिए कार्य कर रही हैं। आधुनिक ढंग से पपीता उत्पादन के लिए उन्हें शासन प्रशासन द्वारा प्रेरित करने के साथ ही सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराया गया और इसका प्रशिक्षण दिया गया। इससे वे अपने कार्य को बहुत ही सुचारू ढंग से कर पा रही हैं।

श्री भारतीदासन इन महिलाओं के लगन परिश्रम और सीखने की क्षमता से बहुत ही प्रभावित हुए और आसपास के क्षेत्रों के लोगों को भी प्रेरणा लेने की बात कही। बस्तर जिले के अत्यंत पिछड़े और दुर्गम क्षेत्र की इन महिलाओं की अत्याधुनिक खेती में जल्द पारंगत होने पर उन्होंने खुशी जताई। उन्होंने बस्तर जिले प्रशासन की पहल पर यहां स्वसहायता समूह की महिलाओं द्वारा किये जा रहे अत्याधुनिक कृषि से प्रेरणा लेकर अन्य जिलों में भी इसी तर्ज पर कार्य प्रारंभ करने की बात कही।

इस अवसर पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत ऋचा चौधरी, उद्यानिकी विभाग के अजय कुशवाहा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे। उद्यानिकी विभाग के अधिकारी श्री कुशवाहा ने खेती की तकनीक, अमीना प्रजाति के पपीते की उत्पादन क्षमता और आटोमेशन मशीन के माध्यम से फसल की देखरेख की जानकारी दी।

दिनेश के.जी. (संपादक)

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