पवन दुर्गम, बीजापुर। जिले में विज्ञान संकाय की कक्षाएं नही होने से सैकड़ों छात्रों को दीगर जिलों में जाना पड़ता था। यहां के सैकड़ों छात्रों ने रैली करके समय समय पर अधिकारी और नेताओं का ध्यानाकर्षण कराया था। दिव्यांग छात्र कृष्णा के साथ छात्रों ने सड़क पर रैली करके भी छात्रों के भविष्य के लिए विज्ञान संकाय खोलने की मांग रखी थी। देर सही पर दुरुस्त ही अब उच्च शिक्षा विभाग ने शहीद वेंकटराव महाविद्यालय में विज्ञान संकाय की रसायन शास्त्र, वनस्पति विज्ञान एवं प्राणी विज्ञान में स्नातकोत्तर की पढ़ाईं बीजापुर में ही कर सकेंगे साथ ही बीएससी गणित समूह एवं बीएससी (कम्प्यूटर साइंस) की कक्षाओं पढ़ाई कर सकेंगे।
बीते शनिवार बीजापुर ज़िले के महाविद्यालयीन छात्रों के लिये एतिहासिक दिन तब बना जब छत्तीसगढ़ शासन के उच्च शिक्षा विभाग ने ज़िला मुख्यालय बीजापुर स्थित शाहिद वेंकट राव महाविद्यालय में विज्ञान संकाय के स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम प्रारम्भ करने की स्वीकृति दे दी, अब ज़िले के छात्र रसायन शास्त्र, वनस्पति विज्ञान एवं प्राणी विज्ञान में स्नातकोत्तर की पढ़ाईं बीजापुर में ही कर सकेंगे साथ ही बी एस सी गणित समूह एवं बी एस सी (कम्प्यूटर साइंस) की भी कक्षाएँ शाहिद वेंकट राव महाविद्यालय में लगेंगी जिसकी भी स्वीकृति उच्च शिक्षा विभाग ने दे दी है।
ज़िले में विज्ञान संकाय में स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम की कक्षाएँ प्रारम्भ होने पर बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एवं बीजापुर के विधायक विक्रम शाह मंडावी ने ज़िले के छात्रों को बधाई एवं शुभकामनएँ देते हुए कहा कि “उच्च शिक्षा के लिए बीता शनिवार बीजापुर ज़िले के महाविद्यालयीन छात्रों के लिए ख़ास रहा, अब ज़िले के छात्र बीजापुर जैसे क्षेत्र में ही उच्च शिक्षा ले सकेंगे और अन्य जिलों में जाकर पढ़ाई करने से होने वाले ख़र्चों से भी छात्रों को निजात मिलेगी।”
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