कवर्धा हिंसा मामले पर सियासत गरमाई, निर्दोष लोगों पर कार्यवाही के विरोध में भाजपा ने किया धरना प्रदर्शन

जगदलपुर। कवर्धा में हुए साम्प्रदायिक दंगे में बर्बरता पूर्वक निर्दोष लोगों पर एकतरफा कार्यवाही करने के विरोध में आज भारतीय जनता पार्टी ने प्रांतीय आह्वान पर जिला स्तरीय धरना दिया। भाजपा नेताओं ने कवर्धा में हुयी हिंसा की कड़ी निंदा करते हुए निर्दोष लोगों पर जानबूझ कर एफआईआर करने व इस साम्प्रदायिक घटना के लिए प्रदेश कांग्रेस सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कटघरे में खड़ा किया। भाजपा नेताओं ने सीधा आरोप लगाया कि कांग्रेस हमेशा तुष्टीकरण की राजनीति करती है। कांग्रेस जब-जब शासन में आई है, धार्मिक भेदभाव व साम्प्रदायिक हिंसा को बढ़ावा मिला है।

तुष्टीकरण की राजनीति कर रही कांग्रेस सरकार, कवर्धा की घटना निंदनीय – रूपसिंह मण्डावी

भाजपा जिला कार्यालय के समक्ष कवर्धा हिंसा मामले को लेकर आज भारतीय जनता पार्टी का जिला स्तरीय धरना दोपहर 01 बजे से शाम 04 बजे तक आयोजित किया गया। धरने को संबोधित करते हुए भाजपा जिलाध्यक्ष रूपसिंह मण्डावी ने कहा कि छत्तीसगढ़ जैसे शांत प्रदेश का वातावरण कांग्रेस के कुशासन में खराब हो रहा है। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण कवर्धा में में हो रही साम्प्रदायिक घटनाएं हैं। कांग्रेस की प्रदेश सरकार तुष्टीकरण की राजनीति करते हुए कवर्धा में हुए दंगो में निर्दोष लोगों पर एकतरफा कार्यवाही कर रही है। भारतीय जनता पार्टी इसका पुरजोर विरोध करती है। आज समूचे छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की दोमुँही राजनीति के विरोध में भाजपा धरना प्रदर्शन कर रही है। श्री मण्डावी ने कहा कि प्रदेश में दुर्भाग्य से साम्प्रदायिक लपटें उंठ रही है और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल उत्तरप्रदेश की राजनीतिक यात्रा कर रहें है। कांग्रेस व प्रदेश के मुखिया का गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार छत्तीगसढ़ की जनता देख रही है। कवर्धा में हुई साम्प्रदायिक वारदात सीधे तौर पर प्रदेश कांग्रेस सरकार की नाकामी है, ऐसी दुर्भाग्य पूर्ण हिंसक घटनाओं पर अंकुश लगाने के बजाए कांग्रेस सरकार निर्दोष लोगों पर कार्यवाही करने से बाज नहीं आ रही है।

प्रदेश में कानून व्यवस्था ठप्प और बाहर घूम रहे हैं मुख्यमंत्री – दिनेश कश्यप

अनुसूचित जनजाति राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष दिनेश कश्यप ने कहा कि कांग्रेस के ढाई साल के शासन में छत्तीसगढ़ को बर्बादी के कगार पर खड़ा कर दिया है। पहली बार छत्तीसगढ़ में साम्प्रदायिक हिंसा की घटनाएं हुयी है। कवर्धा की घटना सामान्य नहीं है, प्रदेश में शांति और सौहाद्र बना रहे इसकी चिंता सरकार को करनी चाहिए। मगर मुख्यंमत्री भूपेश बघेल को अभी अपना पद बचाने की चिंता ज्यादा है। जो प्रदेश में बने ऐसे कठिन हालात में अपने नेताओं की तिमारदारी करने बाहर घुम रहे हैं। कवर्धा में हिंसा के बाद जानबूझ कर निर्दोष लोगों पर सरकार के इशारे पर कार्यवाही की जा रही है। प्रदेश में कानून व्यवस्था ठप्प हो चुकी है। लगातार हो रही हत्याएं, डकैती, बलात्कार की घटनाओं के बाद छत्तीसगढ़ साम्प्रदायिक हिंसा के चपेट मे आ गया है। भारतीय जनता पार्टी इसकी कड़ी भर्त्सना और विरोध करती है। धरने को डाॅ0 सुभाऊ कश्यप, लच्छूराम कश्यप, कमलचंद्र भंजदेव, विद्याशरण तिवारी, योगेन्द्र पाण्डे, सुरेश गुप्ता, राजेन्द्र बाजपेयी, अविनाश श्रीवास्तव, महेश कश्यप, लक्ष्मी कश्यप, राममूर्ति पाण्डे, विक्की साहू, बीडी कश्यप ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन महामंत्री वेदप्रकाश पाण्डे ने किया।

जिला स्तरीय धरना में प्रमुख रूप से पूर्व विधायक संतोष बाफना, बैदुराम कश्यप, राजाराम तोड़ेम, अश्वनी सरडे, शिवनारायण पाण्डे, समुंदसाय कच्छ, जिपं अध्यक्ष वेदवती कश्यप, मनीराम कश्यप, श्रीधर ओझा, गोदावरी साहू, योगेन्द्र कौशिक, रजनीश पानीग्राही, व्ही.एस. राजपूत, नरसिंह राव, बाबुल नाग, संजय पाण्डेय, मनोहरदत्त तिवारी, आर्येन्द्र सिंह आर्य, आलोक अवस्थी, संग्राम सिंह राणा, मनोज पटेल, संतोष त्रिपाठी, शशिनाथ पाठक, रूपेश जैन, रिंकू पाण्डे, श्रीश मिश्रा, योगेश शुक्ला, संतोष बाजपेयी, अभय दीक्षित, राजपाल कसेर, दिगम्बर राव, धनसिंह नायक, महेन्द्र पटेल, त्रिवेणी रंधारी, नीलम यादव, गणेश काले, रोशन झा, रवि कश्यप, अभिषेक तिवारी, विनायक गोयल, मनी विक्रम नायडू, महेश्वरी ठाकुर, गीता नाग, ममता राणा, प्रमीला कपूर, रीता वैश्य, अरूण नेताम, संजय विश्वकर्मा, योगेश मिश्रा सहित बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता एवं पदाधिकारी उपस्थित रहे।

दिनेश के.जी. (संपादक)

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Dinesh KG
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