जज़्बा : एक ऐसे ‘महामारी विशेषज्ञ’ जो पॉजिटिव होने के बाद भी ट्रिपल टी फार्मूले पर करते रहे काम, 10 जांच केंद्रों को पहुंचाया 42 पर अब 24 घंटे जांच की सुविधा देने की कर रहे तैयारी

जांच में तेजी लाने अब शहर में ही 12 जांच केंद्र, हर दिन औसत पंद्रह सौ संदिग्धों की हो रही कोरोना जांच, टारगेट 1350 का

जगदलपुर। कोरोना की विभीषिका के बीच इससे निपटने स्वास्थ्य विभाग भी कहां पीछे रहने वाला है। हर दिन बस्तर जिले में औसतन सौ से ज्यादा पॉजिटिव मरीज सामने आ रहे हैं। जिले में इतनी बड़ी संख्या में पॉजिटिव मरीजों के मिलने के पीछे का कारण यह है कि जिला प्रशासन ट्रिपल टी फॉर्मूले के तहत काम कर रहा है। इस फार्मूले के तहत ट्रेसिंग, टेस्टिंग और ट्रीटमेंट के लिए काम किया जा रहा है। फार्मूले में जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीमें काम कर रही हैं।

जानकारी देते हुए महामारी विशेषज्ञ दीपक पाणिग्रही ने बताया कि हम ट्रिपल टी फार्मूले पर काम कर रहे हैं। इसके तहत पहले संदिग्ध मरीजों की ट्रेसिंग की जा रही है और इसके बाद उनका कोरोना टेस्ट किया जा रहा है। वहीं टेस्ट में कोई पॉजिटिव निकल रहा है तो उसके ट्रीटमेंट की भी व्यवस्था की जा रही है। ट्रिपल टी फार्मूले पर काम करने का असर यह है कि मरीजों की ट्रेसिंग और टेस्टिंग की संख्या बढ़ गई है और अभी हमें टेस्टिंग का जो टारगेट मिला है उससे 20 प्रतिशत ज्यादा संदिग्धों की जांच हो रही है।

उन्होंने बताया कि अभी हमें 1350 लोगों की प्रतिदिन जांच का टारगेट मिला हुआ है लेकिन अब हर रोज औसत 15 सौ लोगों की जांच कर रहे हैं। टेस्टिंग के बढ़ने से हम समय पर ज्यादा से ज्यादा पॉजिटिव मरीजों को ढूंढ पा रहे हैं और उन्हें समय पर आईसोलेट किया जा रहा है। कोरोना को रोकने का अभी सबसे अच्छा तरीका यही है कि पॉजिटिव मरीज को जल्द से जल्द ट्रेस किया जाये और आईसोलेट किया जाये। यही कारण है कि हम लगातार कोशिश कर रहे हैं कि टेस्टिंग की संख्या टारगेट से भी ज्यादा हो और ज्यादा से ज्यादा पॉजिटिव मरीज ट्रेस हों।


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दीपक पाणिग्रही, महामारी विशेषज्ञ

आपको बताते चलें कि पूरे बस्तर जिले में संदिग्ध मरीजों की जांच और उनके इलाज करवाने की जिम्मेदारी महामारी विशेषज्ञ ‘दीपक पाणिग्रही’ पर है। वे सात दिनों पहले खुद कोरोना पॉजिटिव हो गये थे। पॉजिटिव होने के बाद भी वे आईसोलेशन के दौरान ही ट्रिपल टी फार्मुले पर काम करते रहे और इसका नतीजा यह रहा कि अभी जिले में कुल 42 स्थानों पर कोरोना की जांच हो रही है। इनमें शहर के अंदर ही 12 जांच केंद्र हैं और ग्रामीण क्षेत्रों में भी 30 स्थानों पर कोरोना जांच की जा रही है। 42 स्थानों पर जांच होने का फायदा यह हुआ कि ज्यादा से ज्यादा संदिग्ध मरीजों की कोरोना जांच हो रही है और समय पर पॉजिटिव मरीजों को आईसोलेट किया जा रहा है। इसके अलवा ट्रिपल टी फार्मूले के चलते ही अब 24 घंटे सात दिन कोरोना जांच की सुविधा की शुरूआत भी होने जा रही है। ऐसे में यदि कोई भी संदिग्ध जिसे रात में भी कोरोना की जांच करवानी है, वह आधी रात को भी जांच करवा सकता है जिससे कि समय रहते इसका सही इलाज शुरू कर किसी अनहोनी को टाला जा सके।

दिनेश के.जी. (संपादक)

सिर्फ खबरें लगाना हमारा मक़सद नहीं, कोशिश रहती है कि पाठकों के सरोकार की खबरें न छूटें..

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