जगदलपुर। वन विभाग और पुलिस की संयुक्त टीम ने जानवरों के अवशेषों की तस्करी करते हुए पांच लोग को गिरफ्तार किया है। मिली जानकारी के अनुसार वन विभाग की टीम को मुखबिर से सूचना मिली थी कि कुछ व्यक्ति वन्य जीवों के अवशेषों को जगदलपुर में बेचने की फिराक में घूम रहे हैं। सूचना मिलते ही अतिरिक्त निदेशक वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो आईपीएस तिलोत्तमा वर्मा, सीसीएफ वन विभाग जगदलपुर मोहम्मद शाहिद, सीसीएफ इन्द्रावती टाईगर रिजर्व अभय श्रीवास्तव, कलेक्टर बंसल, डीएफओ स्टाइलो मंडावी, एसडीओ सुषमा नेताम एवं एसपी जितेंद्र सिंह मीणा के निर्देश पर डब्लूसीसीबी मध्य क्षेत्र जबलपुर, वन विभाग एवं पुलिस विभाग की संयुक्त टीम बनाई गयी।
05 जगहों पर छापेमारी में भारी मात्रा में वन्य जीवों के अवशेषों समेत हुई गिरफ्तारी, वन, पुलिस और एनजीओ की संयुक्त टीम द्वारा की गई छापेमारी
योजना तैयार कर वन विभाग की टीम ने ग्राहक बनकर तस्करों से संपर्क किया और झांसा देकर सभी तस्करों को अवशेषों के साथ शहर बुलवाया। जिसके बाद शहर के हाता ग्राउंड के नजदीक मोटरसाइकिल पर सवार दो संदिग्ध व्यक्तियों को रोकने की कोशिश करने पर वे दोनों भागने लगे। इस दौरान संयुक्त टीम ने धेराबंदी करके दोनों संदिग्ध को पकड़ लिया, जिनके पास एक प्लास्टिक बैग में रखा लगभग 12 किग्रा पैंगोलिन स्केल जप्त किया गया।
पकड़े गए दोनों व्यक्तियों को आवश्यक कार्यवाही के बाद पूछताछ के लिए जगदलपुर वन परिक्षेत्र कार्यालय लाया गया। पूछताछ में पता चला कि आरोपियों के अन्य साथी भी वन्य जीवों के अवशेषों की बिक्री के फिराक में ग्राहक की तलाश कर रहे हैं। जिसके बाद वन व पुलिस विभाग की संयुक्त टीम ने 11 फरवरी और 12 फरवरी को लगातार 04 जगहों पर छापेमारी की। जिसमें दूसरी छापेमारी में लगभग 6.9 किग्रा पैंगोलिन स्केल और तीसरी छापेमारी में तेंदुए के 06 नग नाखून जगदलपुर में बरामद किये गये और चौथी कार्यवाही दंतेवाड़ा में की गयी, जिसमें 04 स्टार कचुआ बरामद कर जब्त किया गया। सभी छापेमारी में कुल मिलाकर 19 किग्रा पैगोलिन स्केल, तेंदुए के 06 नग नाखून, 04 स्टार कचुआ, एक बोलेरो, दो मोटरसाइकिल समेत 05 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है। वहीं सभी अपराधियों पर वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के अंतर्गत कार्यवाही जारी है।
इस कार्रवाई के दौरान संयुक्त टीम में डब्लूसीसीबी टीम जगदलपुर, वन विभाग के रेंजर देवेंद्र वर्मा, निर्मल देवांगन, अभिषेक श्रीवास्तव, अमित कुमार झा, ललन तिवारी, गोपाल नाग, कमल, उमरदेव कोरोम और पुलिस विभाग से उपनिरीक्षक पीयूष बघेल, चौवा दास गेंदले, गायत्री प्रसाद तारम, युवराज सिंह ठाकुर की महत्वपूर्ण भूमिका रही।