जगदलपुर। जनपद पंचायत जगदलपुर में 57 लाख रूपये के भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाने वाले सुब्रतो विश्वास की उपाध्यक्ष पद की कुर्सी अब खतरे में है। उनके खिलाफ कांग्रेस समर्थित 14 जनपद सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव ले आया है। सुब्रतो ने स्ट्रीट लाइट खरीदी के मामले में जनपद सदस्यों, सप्लायर और अफसरों की मिलीभगत से 57 लाख से अधिक रूपये के भ्रष्टाचार के मामले में कलेक्टर से जांच की मांग की थी। इस बीच भ्रष्टाचार की पोल खुलने के डर के चलते जांच से पहले ही कांग्रेस समर्थित जनपद सदस्यों ने सुब्रतो के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव ले आया। बस्तर जिले की राजनीतिक पृष्ठभूमि में ऐसा पहली बार हो रहा है कि किसी भ्रष्टाचार के मामले की शिकायत के बाद शिकायतकर्ता के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया जा रहा है।
जनपद सूत्रों की माने तो इस 57 लाख के भ्रष्टाचार में एक बड़े कांग्रेस लीडर की रिश्तेदार जो जनपद सदस्य भी हैं और एक युवा जनपद सदस्य की मुख्य भूमिका है। यही कारण है कि भ्रष्टाचार की शिकायत के बाद इन दोनों जनपद सदस्यों के मन में कार्रवाई का डर बैठ गया और आनन-फानन में इन्होंने बाकि जनपद सदस्यों को अपने साथ जोड़़कर भ्रष्टाचार के पूरे मामले को अविश्वास प्रस्ताव की ओर ढ़केल दिया। सूत्रों ने यह भी बताया कि अविश्वास प्रस्ताव के लिये कलेक्टर को पत्र देने के बाद इन्हीं दोनों जनपद सदस्यों के नेतृत्व में करीब 13 जनपद सदस्य अज्ञातवास पर हैं।
- जानें भ्रष्टाचार से लेकर अविश्वास प्रस्ताव तक की कहानी..
भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के अंतर्गत आने वाले व्यय विभाग ने 15वें वित्त आयोग की सिफारिशों के अनुसार वर्ष 2021-22 से 2025-26 की अवधि के लिये स्थानीय पंचायतों को साफ पानी और स्वच्छता के लिए सशर्त अनुदान स्वीकृत हुआ है, किन्तु जनपद पंचायत जगदलपुर द्वारा अपने क्षेत्र में आने वाली विभिन्न ग्राम पंचायतों में स्ट्रीट लाइट लगाने हेतु बिना निविदा निकाले एवं जनपद पंचायत की वित्त समिति के अनुमोदन के बगैर ही नियमों की अनदेखी करते हुए उक्त कार्य के लिए सामग्री की आपूर्ति करने व कार्य निष्पादन का ठेका किसी निजी एजेंसी के ठेकेदार को राजनीतिक दबाव में आकर दिया गया है।
इस पूरे कार्य के लिए 57 लाख 60 हजार रुपए की स्वीकृति प्रदान की गई है एवं ठेकेदार के साथ स्ट्रीट लाइट हेतु बाजार मूल्य से अधिक प्रति इकाई 3809 रुपये में तय किया गया है, जो विशुद्ध रूप से भ्रष्टाचार के मामले को उजागर करता है। जिसमें पंचायतों के विकास हेतु केंद्र सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई राशि का राजनीतिक गठजोड़ बना कर गबन करने समान प्रतीत हो रहा है। इस अनियमितता के संबंध में जगदलपुर जनपद पंचायत उपाध्यक्ष सुब्रतो विश्वास ने लिखित शिकायत कर इस मामले में कार्रवाई करने की मांग की थी, लेकिन अब तक जनपद के अधिकारियों द्वारा इस विषय से जुड़े कोई भी तथ्य सामने नहीं आए हैं। वहीं अब शिकायतकर्ता सुब्रतो के खिलाफ ही अविश्वास प्रस्ताव लाकर जनपद उपाध्यक्ष के पद से हटाने की तैयारी की जा रही है।