वेब डेस्क। मशहूर अभिनेत्री व रंगकर्मी सीमा आजमी ने बस्तर टाॅक के दूसरे सीजन के फेसबुक चर्चा में हिस्सा लेते हुए कहा कि बस्तर एक अनोखी जगह है जहां सिनेमा के लिए अधिक संभावनाएं है। प्राकृतिक सौन्द्रर्यता व वहां का जन जीवन हमेशा जनमानस को लुभाता रहा है। यही वजह है कि न्यूटन जैसे बस्तर के जीवन पर बनी कहानी को ऑस्कर तक पहुंचने का अवसर मिला।इससे पहले भी स्ट्रीट बर्गमेन की फिल्म जंगल सागा जो बस्तर के एक वनवासी बच्चें पर केन्द्रित थी जिसकी चर्चा पूरी दुनिया में हुई। इस लिहाज से बस्तर हमेशा अपनी अलौकिक सुन्दरता के लिए सबके बीच चर्चा में रहती है। उन्होंने कहा कि जीवन में आपके पथ जितने कठिन होते है सफलता का आनंद भी उतना ही अच्छा होता है। राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय में अपने चयन पर कहा कि यह संस्था थिएटर का यूपीएससी है जिसमें चयनित होने का सपना थिएटर व सिनेमा में जाने वाला हर युवा करता है। इसकी तैयारी निश्चित ही अध्ययन का मनोवैज्ञानिक स्वरूप है। चक दे इंडिया फेम अभिनेत्री सीमा आजमी ने कहा कि सपना देखने का अधिकार सबका है लेकिन जो संघर्ष करता है वही सफल होता है और हमेशा हमें सपने विशाल देखने चाहिए। ओटीटी प्लेटफार्म पर सेंसरशीप को लेकर उठे सवाल पर कहा कि यह एक ऐसा प्रश्न है कि हमें स्वसेंसरशिप पर अधिक काम करने की जरूरत हैं हमें क्या दिखाना चाहिए हमें आज से ही करने की जरूरत है। अभिनेत्री सीमा आजमी चक दे इंडिया, मोहल्ल अस्सी, ओमप्रकाश ज़िंदाबाद, आरक्षण, सास-बहु, और सेंसेक्स, द बेस्ट इग्ज़ॉटिक मेरिगोल्ड होटेल, प से प्यार फ से फ़रार जैसी चर्चित फिल्मों सहित ये जादू है जिन का, इस प्यार को क्या नाम दूं, पिया रंगेज, रिश्ता डाॅट काॅम, सेवन, क्राइम पट्रोल सहित कई टीवी सीरियल में अभिनय कर चुकी है। उनकी अपकमिंग प्रोजेक्ट द रेपिस्ट है इसके साथ ही करीब 150 नाटकों का मंचन भी किया हैं।