स्थापना से पहले श्री नर्मदेश्वर शिव का किया इंद्रावती के जल से अभिषेक, आज भगवान करेंगे नगर भ्रमण
जगदलपुर। शहर के ठाकुर अनुकूल देव वार्ड स्थित सीमांचल नगर में भगवान गंगाधर शिव की विशाल प्रतिमा का अनावरण सोमवार की देर शाम किया गया। इसके साथ ही श्री नर्मदेश्वर शिव की स्थापना का भव्य अनुष्ठान में आगे की प्रक्रिया शुरू की गई। मंगलवार को सुबह कलश यात्रा निकाली गई, जिसमें विभिन्न समाजों की महिलाओं ने महादेव घाट से बस्तर की प्राणदायिनी इंद्रावती नदी का जल भरा और इसे लेकर मंदिर स्थल पहुंचीं। महिलाओं की भव्य कलशयात्रा के दौरान पूरा शहर भक्तिमय दिखा, वहीं हर हर महादेव के जयकारे भी लगते रहे।
मंदिर पहुंची कलशयात्रा में शामिल महिलाओं ने भगवान गंगाधर शिव की विशाल प्रतिमा की परिक्रमा की और यहां स्थापित होने वाली श्री नर्मदेश्वर शिव का जलाभिषेक किया। बाद में यहां सूर्य पूजा की गई, जिसके बाद गो पूजन किया गया। मंडप संस्कार पूरा करने के बाद यहां देवताओं का आह्वान किया गया, ताकि अनुष्ठान संपन्न होने तक किसी भी प्रकार का विघ्न न पड़े। बाद में मंडप में बनाए गए हवन कुंड में अग्नि स्थापना की गई, जिसके साथ ही रूद्र पारायण किया गया। इसमें भगवान शंकर को समर्पित रूद्री का पाठ किया गया। तदुपरांत चंडी पारायण कर मां दुर्गा का आह्वान भी किया गया। बाद में शाम को सुंदरकांड का पाठ किया गया, जिसमें बड़ी संख्या में भक्तों ने यहां पाठ में हिस्सा लिया। इस दौरान शहर के भक्त बड़ी संख्या में यहां मौजूद रहे।
- बुधवार सुबह 7 बजे से सूर्य नमस्कार, गो पूजन, यज्ञ मंडप पूजन, देवता अधिवास, महास्नान, आवाहित यज्ञ मंडप देवता होम के बाद श्री नर्मदेश्वर शिव का नगर भ्रमण माईं दंतेश्वरी मंदिर से हाटकचोरा स्थित मंदिर तक होगा।
यह भी पढ़ें..
जगदलपुर शहर में 25 फीट ऊंची और 40 टन वजनी भगवान गंगाधर शिव की विशाल प्रतिमा का हुआ अनावरण