बस्तर पुलिस ने आंकड़े जारी करते हुए कहा 2019 की तुलना में वर्ष 2022 में नक्सली घटनाओं में ऐतिहासिक कमी
जगदलपुर। पुलिस महानिरीक्षक पी. सुंदरराज ने बुधवार को प्रेस वार्ता कर वर्ष 2022 का वार्षिक प्रतिवेदन मीडिया के सामने प्रस्तुत किया। प्रतिवेदन के अनुसार जिसमें विश्वास विकास और सुरक्षा तीनों आयमों पर बस्तर पुलिस ने उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की है।
सुरक्षा : 2019 की तुलना में 2022 में पुलिस ने आशातीत सफलता अर्जित करते हुए माओवादियों पर दबाव बनाने में सफल रहे है वर्ष 2022 में नक्सली संबधी अपराधों की संख्या 227 थी जबकि वर्ष 2019 में ये 307 रही।
वहीं पुलिस नक्सली मुठभेड़ के आंकड़े देते आईजी बस्तर ने बताया कि वर्ष 2019 में 106 मुठभेड़ हुए थे जबकि 2022 में नक्सली पुलिस फोर्स ने कई नक्सली कैंपों को ध्वस्त किया जिससे नक्सली न केवल कमजोर हुए अपितु सुरक्षाबलों से सीधे टकराव से बचते रहे इसलिए वर्ष 2022 में केवल 68 बार ही पुलिस नक्सली आमने सामने हुए।सुरक्षाबलों ने वर्ष 2022 में 30 नक्सलियों को मार गिराया जबकि 2019 में इसकी संख्या 65 थी, नक्सलियों की मारे जाने की संख्या के विषय में बताते
हुए आई जी बस्तर ने कहा कि सुरक्षाबल कभी भी इस मिशन के साथ ऑपरेशन पर नहीं निकलते कि वो एक तय की हुई संख्या में नक्सलियों को खत्म करेंगे।
वर्ष 2019 में 311 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था, जबकि 2022 में ये संख्या बढ़कर 415 हो गई इसके वजह पुलिस द्वारा गांव गांव में चलाए जा रहे विभिन्न जागरूकता अभियान को बताया। वर्ष 2019 नक्सलियों से बरामद संख्या 124 थी जबकि वर्ष 2022 में ये संख्या 130 रही, इस दौरान वर्ष 2019 में 499 नक्सली गिरफ्तार किए गए और 2022 में ये संख्या 290 रही।
वर्ष 2022 सुरक्षाबलों की सुरक्षा की दृष्टि से बेहद अच्छा साबित हुआ क्योंकि इस वर्ष नक्सली हमले में केवल 1 शहादत हुई जबकि वर्ष 2019 में 21 सुरक्षाकर्मी शहीद हुए थे।
विकास : आईजी बस्तर ने बताया की केवल सुरक्षा ही नहीं विकास के क्षेत्र में भी पुलिस ने उल्लेखनीय कार्य किया है उन्होंने बताया कि क्षेत्र में विकास के लिए वर्ष 2022 में 18 नवीन कैंपों की स्थापना की गई जिसके जरिए आसपास के क्षेत्रों सड़क, आंगनबाड़ी, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और स्कूल जैसी आधारभूत सुविधाओं को पहुंचाया गया विगत 4 वर्षों 54 कैंप स्थापित किए गए जिससे क्षेत्र में विकास के नए आयाम स्थापित किए।
30 सालों से लंबित पल्ली बारसूर सड़क का निर्माण अब पूर्णता की तरफ ये सड़क एक एताहिसक उपलब्धि होगी।
चिन्तागुफा भेजी मार्ग को लगभग 30 वर्षों के पश्चात् पुनः प्रारंभ किये जाने हेतु कोलाईगुड़ा एवं करीगुण्डम में सुरक्षा कैम्प स्थापित किया जाकर वर्तमान में सड़क नि कार्य प्रगति पर है। इसी प्रकार चिंतलनार- किस्टाराम सड़क मार्ग को पुनः प्रारंभ किये हेतु स्थापित की गई मिनपा सुरक्षा कैम्प के माध्यम से सड़क निर्माण कार्य प्रगति पर है।
इन्द्रावती नदी के ऊपर 03 महत्वपूर्ण पुल ( बड़ेकरका, “जिला दन्तेवाड़ा” एवं फुण्डरी, जिला बीजापुर का निर्माण कार्य प्रगति पर है, जिसमें से छिंदनार पुल का लोकार्पण जनवरी 2022 में किया गया।
विश्वास : बस्तर संभाग अंतर्गत जिलों के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों ग्रामीण जनता में पुलिस के प्रति अविश्वास, डर की ‘भावना को खत्म करने, पुलिस एवं जनता के मध्य संबंध को मजबूत करने के उद्देश्य से पुलिस द्वारा सामुदायिक पुलिसिंग कार्यक्रम प्रारंभ किया गया। शुरूआत में सामुदायिक पुलिसिंग को सिविक एक्शन नाम से चलाया गया, फिर इसे और गति देने एवं सार्थक बनाने के लिये स्थानीय बोली गोंडी, हल्बी, भतरी इत्यादि भाषाओं में विभिन्न नाम दिये गये हैं।
आमचो बस्तर आमचो पुलिस, पूना नार्कोम, पूना वेश, मावा पुलिस केतुल, लोन वर्रातु, निया नार निया पुलिस, आमचो पुलिस आमचो संगी, मनवा नवा नार, मावा गिरधा कोंडानार और बस्तर ता माटा जैसे जिलों की योजनाओं के प्रभाव से आम जन मानस का पुलिस के प्रति विश्वास बढ़ा है।
आईजी ने दिया बस्तर संभाग में हुए अपराधों के विगत 4 वर्ष का ब्यौरा
सड़क दुर्घटनाओं में इजाफा : विगत वर्षों की तुलना में वर्ष 2022 में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या इजाफा हुआ जिस पर आई जी कहा है कि सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के हमारे प्रयास सफल नहीं रहे परंतु अब पुलिस नई रणनीति के साथ सड़क दुर्घटनाओं और उसमें होने वाली मानवीय क्षति को कम करने का प्रयास करेगा।
नशीले पदार्थ के विरूद्ध कार्यवाही : वर्ष 2022 में मादक पदार्थ (गांजा) तस्करी के विरूद्ध प्रभावी कार्यवाही की दृष्टि से ओडिया आंध्रप्रदेश एवं अन्य सीमावर्ती राज्यों से सम्पर्क स्थापित करते हुए 07 चेकपोस्ट लगा कर कार्रवाई की गई ।
बस्तर संभाग अंतर्गत एडीपीएस एक्ट के तहत वर्ष 2022 में 2 आरोपियों के कब्जे से 6322.327 कि.ग्रा. अवैध मादक पदार्थ (गांजा) एवं नशीली दवाई – टेब शिरप, साथ ही 0.730 कि.ग्रा. चरस की जप्ती कार्यवाही कर कुल 139 प्रकरण पंजी किये गये हैं। जप्त मादक पदार्थ (गांजा) का अनुमानित बाजार मूल्य 3, 16, 11,635 (तीन करोड़, सोलह लाख, ग्यारह हजार छः सौ पैंतीस) रूपये है।
वंचित क्षेत्र के युवाओं को मिले अवसर इसलिए बस्तर फाइटर्स की भर्ती : पुलिस में भर्ती में केवल शहरी क्षेत्र की युवाओं की सहभागिता न हो अपितु इसके लिए ग्रामीण और अंदरूनी क्षेत्र के युवा भी पुलिस में भर्ती होकर सेवा दें सकें इस पर सरकार और प्रशासन ने गंभीरता से कार्य किया है और उन युवाओं को देश सेवा का अवसर देने के लिए बस्तर फाइटर्स की भर्ती की गई। थी जिसके लिए 54 हजार आवेदन प्राप्त हुए थे जिसमें प्रत्येक जिले से 300 युवक युवतियों के हिसाब से 2100 आरक्षकों की भर्ती प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है और वो प्रदेश के 9 प्रशिक्षण केंद्रों में प्रशिक्षण ले रहे हैं।
स्पंदन अभियान : पुलिस बल सदस्यों को तनाव मुक्त वातावरण में उत्कृष्ट व्यवसायिक क्षमता के साथ कार्य करने हेतु यह कल्याणकारी अभियान प्रारंभ किया गया। बस्तर संभाग अंतर्गत तैनात पुलिस बल के सदस्यों एवं उनके परिवारों के कल्याण हेतु शासन द्वारा संभाग मुख्यालय, जगदलपुर में स्थित “आमचो कुटुंब” आवासीय परिसर जैसे सर्व सुविधायुक्त आवासीय परिसर, सामुदायिक बीमा योजना, मेधावी छात्रों के लिए मेरिट स्कॉलरशिप जैसी योजनाओं का क्रियांवयन किया जा रहा है।
पुलिस तथा सुरक्षा बल के अधिकारीगण एवं बल सदस्यों के मानसिक तनाव को दूर करने के उद्देश्य से बस्तर संभाग अंतर्गत खेलकूद, योग शिविर, काउंसिलिंग जैसे गतिविधियां लगातार आयोजित की जाती है। पुलिस बल सदस्यों को अपने परिजन से लगातार संपर्क यथासंभव उपलब्ध करायी जा रही है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जितेंद्र मीणा ने प्रस्तुत किया जिले का वार्षिक प्रतिवेदन
जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जितेंद्र मीणा ने बस्तर पुलिस के उल्लेखनीय कार्यों का उल्लेख करते हुए बताया कि गिरोला मंदिर में हुई चोरी को गुत्थी को सफलतापूर्वक सुलझाना बस्तर पुलिस की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है इसी तरह हाउसिंग बोर्ड कालोनी में एक व्यक्ति द्वारा पत्नी और बच्चे को मारकर घर में ताला लगाकर फरार हो जाने के बाद बिना मोबाइल लोकेशन के उस व्यक्ति की गिरफ्तारी भी बस्तर पुलिस की एक उपलिब्ध है।
आपरेशन मुस्कान : आपरेशन मुस्कान ‘के तहत 70 में से 76 गुमबालक-बालिकाओं की बरामदगी (99 प्रतिशत)
सुनिश्चित की गई। इसी तरह 306 गुम व्यक्तियों में से 258 की बरामदगी (85 प्रति हुई है।
अभिव्यक्ति : महिला सुरक्षा एवं सशक्तिकरण की दिशा में अभिव्यक्ति एम एक अभिनव पहल है। विभिन्न स्कूलों व कालेजों में जाकर छात्राओं एवं सार्वजनिक कार्यक्रमों जैसे जनदर्शन आदि के माध्यम से महिलाओं के बीच अभिव्यक्ति एम का व्यापक प्रचार-प्रसार कर इस एप को मोबाईल में डाउनलोड कराकर इसका उचित उपयोग करने हेतु पहल की जा रही है। नवीन केम्प स्थापना (मनवा नवा नार) बस्तर जिले के अंतर्गत नक्सल विरोधी अभियानों के साथ-साथ क्षेत्र
की जनता अपेक्षानुरूप विकास कार्य भी किये जा रहे है ,जिसके तहत इस वर्ष 09 अप्रैल को चांदामेटा में एवं 05 नवम्बर को कांटाबास में नवीन पुलिस कैम्प की स्थापना की गई है। जिससे जनता में पुलिस के प्रति। विश्वास में वृद्धि होने से एवं सुरक्षा सुनिश्चित होने से निसंदेह क्षेत्र में विकास को गति मिलेगी। कोलेंग चांदामेटा मार्ग एवं सतसपुर काटावास इन्द्रावती पुल आदि निर्माण कार्य प्रगति पर है।
मिशन सिक्योर सिटी : बस्तर जिले में मिशन सिक्योर सिटी के तहत विभिन्न स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाये गये है। जिसकी मदद से हत्या के 06 एवं नकबजनी के कुल 01 प्रकरण में पुलिस को सफलता मिली है। जिसमें थाना कोतवाली के हत्या के 02 प्रकरण (अप. क. 68/2022 एवं 491/2022), थाना बोधघाटके हत्या के 03 प्रकरण (अप क. 255 / 2022, 207 / 2022, 225/2022) व नकबजनी का 01 प्रकरण (218/2022) एवं थाना परपा के हत्या के 01 प्रकरण (अप. क. 227/2022) में पुलिस को सफलता मिली।
साइबर सेल द्वारा की गई कार्यवाही : बस्तर जिले में साइबर फ्राड के कुल 22 प्रकरणों में 35 आरोपियों को गिरफतार कर उनके कब्जे से फ्रॉड के माध्यम से ठगी गई 52.15 086 रूपये में 42,57,961 रूपये बरामद कर पीड़ितों को लौटाने में बस्तर पुलिस सफल रही है। गौरतलब है कि वर्ष 2022 में सायबर पोर्टल के माध्यम से सायबर फ्रॉड के कुल 38 शिकायतों पर त्वरित कार्यवाही करते हुए 126 शिकायतों में संदेहियों का खाता होल्ड कराकर कुल 9,62,494 रूपये पीड़ितों को वापस कराया गया। बस्तर पुलिस द्वारा “टेक बेक योर प्रापर्टी” योजना के तहत गुम मोबाईलों को तला कर प्रार्थियों को सौंपा जाता है। जिसके तहत वर्ष 2022 में कुल 396 गुम व चोरी हुई मोबाईल को बरामद कर संबंधित आवेदकों को वापस किया गया है।असामाजिक एवं आपराधिक गतिविधियों पर नियंत्रण एवं रोकथाम हेतु विभिन्न अ लाईन माध्यमों से कय किये गये चाकूओं को कयकर्ताओं के संबंध में 18 न चाकू जप्त किये गये। 5. के विभिन्न अवसरों पर सोशल मीडिया मॉनीटरिंग सेल के माध्यम सतत् निगरानी रखी गई।