जनप्रतिनिधियों-अधिकारियों ने सफल बच्चों को दी बधाई
जगदलपुर। कोविड कॉल में बच्चों की पढ़ाई बाधित न होने देने के लिए सरकारी शिक्षकों से कोचिंग और ऑनलाइन शिक्षा देने का नवाचार बस्तर जिला प्रशासन ने शुरू किया था। इस कोचिंग संस्थान में कमिश्नर,कलेक्टर सहित अन्य अधिकारी और जनप्रतिनिधिगण भी समय-समय पर जाकर मार्गदर्शन करते रहे हैं। विगत दो वर्षो में दो बेच के 64 बच्चे नीट क्वालीफाई कर चुके हैं,यहां कोचिंग लेने वाले कई बच्चे सरकारी मेडिकल कॉलेज में भी प्रवेश ले चुके हैं। इस बार फिर युवोदय अकादमी के बच्चों का चयन एमबीबीएस के लिए हुआ हैं। कलेक्टर बस्तर श्री विजय दयाराम के. ने सोमवार को इस संस्थान के निशा, ओजस, रश्मि और अनमोल को प्रोत्साहित कर बस्तर में सेवा देने के लिए प्रेरित किया। इस बार बस्तर जिले से 8 बच्चों का एक साथ चयन हुआ है। इन चयनित बच्चों को जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने बधाई देते हुए उन्हें अपनी शुभकामनाएं दी है।पूरे छत्तीसगढ़ से 42130 अभ्यर्थियों ने नीट में रजिस्ट्रेशन करवाया था जिसमें 19610 अभ्यर्थी नीट क्वालीफाई किए हैं। बस्तर संभाग के लिए युवोदय अकादमी जरूरतमंद बच्चों विशेषकर गरीब एवं कमजोर वर्ग के बच्चे जो दूसरे जिले या राज्य में जाकर नीट की तैयारी नहीं कर सकते हैं ,उनके लिए युवोदय अकादमी वरदान साबित हुआ है। युवोदय अकादमी में नोट्स, ऑडियो-वीडियो नोट्स बनाकर छात्र-छात्राओं को ऑनलाइन तथा ऑफलाइन पढ़ाया जाता है। पूरे देश में यहां के नोट्स को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले युवाओं द्वारा पसंद किया जाता है। छत्तीसगढ़ के बच्चों के साथ अन्य राज्यों के बच्चे भी इस अकादमी के नोट्स का लाभ लेते हैं। छात्र-छात्राओं ने युवोदय अकादमी स्थापना के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल सहित क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों और वरिष्ठ अधिकारियों का आभार माना है। वहीं संस्थान के शिक्षकों के अथक प्रयासों के प्रति कृतज्ञता प्रकट किया है।