24 घंटे में बस्तर पुलिस ने सुलझाई गुत्थी, आरोपी नितेश गुप्ता को किया गिरफ्तार
जगदलपुर। शहर में गुरूवार देर रात हुए मर्डर मिस्ट्री को लेकर बस्तर पुलिस ने 24 घंटे के अंदर बड़ा खुलासा किया है। मर्डर मिस्ट्री का खुलासा करते हुए बस्तर पुलिस ने बताया कि छोटे बेटे ने ही विवाद के बाद माँ और अपने सगे भाई की हत्या कर दी और हत्या की एक नई कहानी रच दी। बहरहाल पुलिस ने आरोपी बेटे को गिरफ्तार कर लिया है।
प्रकरण में पुलिस अधीक्षक शलभ कुमार सिन्हा, अति. पुलिस अधीक्षक माहेश्वर नाग के मार्गदर्शन एवं नगर पुलिस अधीक्षक उदित पुष्कर उप पुलिस अधीक्षक नासिर बाठी के पर्यवेक्षण में थाना प्रभारी कोतवाली सुरेश जांगड़े, थाना प्रभारी परपा निरीक्षक दिलबाग सिह, थाना प्रभारी बोधघाट निरीक्षक लीलाधर राठौर के नेतृत्व में टीम बनाकर जांच शुरू किया गया। इस दौरान पूर्व में मिशन सिक्योर सिटी अंतर्गत लगाये गये सीसीटीव्ही कैमरे से प्राप्त फुटेज, घटनास्थल पर मिले साक्ष्य, तकनीकी साक्ष्य एवं परिस्थिति जन्य साक्ष्यों के अनुरूप अज्ञात व्यक्तियों की तलाश एवं नितेश गुप्ता उर्फ सोनू से विस्तृत पुछताछ की गयी, जिसमें शुरूआत में आरोपी ने पुलिस को गुमराह करने के उद्देश्य से झूठी कहानी बनाकर चार लोगों द्वारा हमले की बात कही थी। बार-बार पूछने पर आरोपी के बयानों में विरोधाभास सामने आया, जिसके बाद आरोपी से सख्ती से पूछताछ करने पर उसने सच उगल दिया।
बस्तर पुलिस अधीक्षक ने जानकारी देते हुए बताया कि पूछताछ करने पर आरोपी नितेश गुप्ता ने कहा कि बीते कुछ दिनों से लोन और विवाह जैसे पारिवारिक विषयों को लेकर परेशान था, तीन चार महीने से आर्थिक तंगी से जूझ रहा था। माँ और बडे भाई निलेश से पैसे मांगने पर गाली गलौच करते रहते थे और डांटते थे हमारी दो जगह जमीन मकान है एक को बेचकर एक जमीन पर घर बनाकर दोनों परिवार रहेंगे और बचे पैसे से कोई बिजनेस डालकर सेट हो जायेगे कहता था, तो मेरा बडा भाई मना कर देता था और मां भी उसी का साथ देती थी। मुझे डांटती रहती थी जिस कारण मैं बहुत परेशान था। मैंने कई जगहों से लाखों रूपये का कर्ज ले रखा था लेनदार मुझे फोन करते रहते थे। साथ ही साथ इसी बीच मेरा बडा भाई निलेश दूसरे जाति के शादीशुदा लडकी से शादी करना चाहता था। जिसका पति उसे छोड चुका था। माँ जब भी हम दोनों की शादी की बात करती थी, तो मेरा बडा भाई निलेश बोलता था कि तुम अपना देखो मेरे बारे में ज्यादा सोचने की जरूरत नहीं है। जब से उस लड़की के संपर्क में आया तब से वो ना ही मुझे पैसे की मदद करता था और ना ही मेरे कोई बात को मानता था। इससे पहले वो मेरे जरूरत पडने पर मुझे पैसे की मदद भी करता था और मुझसे पैसे की मदद भी मांग लेता था। घटना दिनांक को भी हम लोगों मे रात्रि में पैसे मांगने की बात को लेकर विवाद हुआ। धक्का मुक्की करते समय मेरा भाई नीचे गिर गया। मेरे द्वारा नीचे रखे लोहे के तवा से आज तुझे खत्म कर दूंगा कहकर प्राण घातक वार किया। माँ बीच में बचाने के लिये आई और मुझे गाली देने लगी और मुझे खींचने लगी और हाथ से थप्पड से मारने लगी तो मैने उसे भी उसी तवा से मार दिया और दोनो बेहोश होकर गिर गये। तब मैंने अपने चड्ढा के नाडा और कपड़े सुखाने वाली रस्सी से दोनो का गला घोटकर हत्या कर दिया और हत्या करने बाद अपने बचाव में घटना को लूटपाट का रूप देने के लिये आलमारी के सामान को बिखेर दिया और अपने आप को ब्लेड से चोट पहुंचाया और अपने हाथ पैर को स्वयं से रस्सी से बांधकर बाथरूम में लेट गया।
बस्तर पुलिस द्वारा फॉरेसिंक एक्सपर्ट से घटनास्थल का निरीक्षण किया गया जो नितेश पर संदेह होने पर तकनीकी साक्ष्यों के तथ्य परख साक्ष्यों के आधार पर पूछताछ किया गया, जो पुछताछ के दौरान टूट गया और अपने माँ और भाई का हत्या का अपराध करना कबुल किया। जिसके बाद आरोपी नितेश दूबे को विधिवत् गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेजा जा रहा है।
- वहीं इस कार्रवाई में निरीक्षक सुरेश जांगड़े, दिलबाग सिंह, लीलाधर राठौर, तामेश्वर चौहान, उपनिरीक्षक लोकेश्वर नाग, सहायक उपनिरीक्षक दिनेश उसेण्डी, पुरूषोत्तम नायडू, आरक्षक रवि सरदार, युवराज सिंह ठाकुर, संजय रजावत, केशवचंद्रा, सोनू गौतम और दीपक कुमार की महत्वपूर्ण भूमिका रही।