सनातन संस्कृति की रक्षा का सराहनीय प्रयास, टीआई को आवेदन सौंपकर कहा – सामाजिक चेतना जागृत और सनातनी परम्पराओं का उपहास उड़ाने वालों पर हो वैधानिक कार्रवाई
दंतेवाड़ा/किरंदुल। सर्व सनातन समाज के संज्ञान में आया है कि, कुछ वर्ष पूर्व तक लगभग सभी गणेशोत्सव समितियों द्वारा सनातन परम्परा का निर्वहन करते हुए अच्छे से श्री गणेश जी के पूजा उत्सव को सम्पन्न किया जाता था, किंतु विगत दो वर्षों से यह देखा जा रहा है कि गणेशोत्सव के नाम पर सनातनी परम्पराओं का मजाक उड़ाया जा रहा है। जैसे कि गणेशोत्सव में स्थापित किये जाने वाले भगवान श्री गणेश जी की मूर्ति शास्त्रों में वर्णित एवं परम्परानुसार हमारे भारतीय जनमानस की मानस पटल में अंकित मर्यादा के अनुरूप नही करके व्यंग्यात्मक तरीक़े से अथवा आधुनिक स्वरूप देकर भगवान एवं उनके वाहन का मजाक उड़ाना। भगवान गणेश जी की प्रतिमा का विसर्जन निर्धारित दिवस जैसे अनंत चतुदर्शी तिथि अथवा किसी कारणवश उक्त तिथि में न हो पाने पर अगले दिवस भाद्रप्रद पूर्णिमा की तिथि को न करके मनमाने तरीके से अनंत चतुर्दशी के सप्ताह भर बाद तक करना, जबकि आश्विन कृष्ण पक्ष की प्रथमा तिथि से पितृ पक्ष लग जाता है। यह देखा गया है कि कुछ समितियाँ पितृ पक्ष में भी गणेश जी को विराजित रखते हैं तथा पितृ पक्ष के दौरान विसर्जन करने की कुरीति प्रचलन में ला रहे हैं, जो कि सनातनी परम्परा के विरुद्ध है एवं शास्त्र सम्मत नहीं है, जबकि विसर्जन हेतु एक ही तिथि सुनिश्चित कर दिये जाने से पुलिस प्रशासन द्वारा बिना किसी परेशानी के सुव्यवस्थित तरीके से सुरक्षा व्यवस्था की जा सकती है तथा विसर्जन के समय घटने वाली विभिन्न प्रकार की दुर्घटनाओं की आशंका को भी खारिज किया जा सकता है।
इसके अलावा यह भी देखा गया है कि कुछ समितियों के द्वारा प्रतिमा विर्सजन के दौरान भौण्डे एवं अश्लील गीत बजाये जाते हैं तथा इस दौरान कुछ लोग मदिरापान करके भी आते हैं। ऐसे लोग न केवल सनातन संस्कृति का उपहास उड़ाते हैं, अपितु विभिन्न प्रकार के विवाद, लड़ाई-झगड़े का कारण भी बनते हैं। इस प्रकार के कृत्यों से सर्व सनातन समाज में आक्रोश व्याप्त है तथा इन सब की पुनरावृत्ति न हो इसके लिए सर्व सनातन समाज ने चिंतन-मनन करते हुए इसकी रोकथाम हेतु सामाजिक चेतना जागृत करने के साथ ही साथ सनातनी परम्पराओं का उपहास उड़ाने वालों पर वैधानिक कार्रवाई करने हेतु थाना प्रभारी किरंदुल को आवेदन प्रेषित किया गया है। इस दौरान सर्व सनातन समाज से पूर्णिमा अवस्थी, आजाद सक्सेना, राजेन्द्र यादव, रामकृष्ण बैरागी, राजेश सिन्हा, मनोज छालीवाल, मोहित धवन, आर डी मिश्रा, अनुराग सोरी, रिषप राय सहित बड़ी संख्या में सर्व सनातन समाज के सदस्यगण उपस्थित थे।