विद्यार्थी परिषद की पहल पर बस्तर अंचल के सभी विद्यार्थियों को मिलेगी राहत, अभाविप ने प्रबंधन का जताया आभार
जगदलपुर। फीस वृद्धि के निर्णय पर अभाविप के प्रदर्शन के बाद बस्तर विश्वविद्यालय ने अपने निर्णय में बदलाव किया है। शहीद महेंद्र कर्मा विश्वविद्यालय, बस्तर में मंगलवार को कार्यपरिषद् की बैठक आयोजित की गई। बैठक में कार्यपरिषद् सदस्यों की उपस्थिति में विश्वविद्यालयीन गतिविधियों से संबंधित कई प्रमुख बिंदुओं पर निर्णय लिए गए। पिछले दिनों फीस शुल्क में सुधार के लिए अभाविप के कार्यकर्ताओं व विद्यार्थियों की मांग पर विचार करते हुए कार्यपरिषद् ने निर्धारित नवीन परीक्षा फीस को कम कर दिया है। कई पाठ्यक्रमों में फीस वृद्धि न करने का निर्णय लिया गया है। कम्प्यूटर आधारित पाठ्यक्रम जैसे बीसीए, एमसीए और पीजीडीसीए के परीक्षा शुल्क को वृद्धि से पूर्व के अनुसार यथावत रखा गया है।
फीस वृद्धि के बाद अभाविप ने मांग की थी कि जनजातीय क्षेत्र को ध्यान में रखकर विवि शुल्क संरचना में इस प्रकार सुधार कर फीस कम कर दिया जाए कि विद्यार्थी बिना दिक्कत के भुगतान कर सकें और विवि को भी आर्थिक दिक्कतों का सामना न करना पड़े। पीएचडी के कोर्स वर्क में यूजीसी के गाईडलाइन के अनुसार संशोधित पाठ्यक्रम को 12 क्रेडिट का बनाया गया है। इसे विवि के दस शोध केंद्रों में लागू किया जाएगा। इसकी स्वीकृति कार्यपरिषद् ने दी है। दो पीएचडी शोधार्थियों को डिग्री प्रदान करने का निर्णय लिया गया।
कार्यपरिषद् ने सिविल सेवा और चिकित्सा परिचर्या को अंगीकृत करते हुए अनेक कर्मचारियों को चिकित्सीय उपचार हेतु सहायता राशि प्रदान करने का निर्णय लिया।
कार्यपरिषद् ने राज्य सरकार द्वारा स्वीकृत 2024-25 में खुले नए पाठ्यक्रमों में 200 शैक्षणिक और 165 अशैक्षणिक पदों के रोस्टर निर्माण एवं गैर शैक्षणिक पदों की भर्ती नियम तैयार करने हुत समिति गठन करने का भी निर्णय लिया गया।
विवि के समस्त कर्मचारियों व अधिकारियों को 01 अक्टूबर 2024 से महंगाई भत्ते में चार प्रतिशत वृद्धि को मान्य किया गया।
कार्यपरिषद् द्वारा सत्र 2024-25 से राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत लागू स्नातकोत्तर पाठ्यक्रम के तृतीय और चतुर्थ सेमेस्टर पाठ्यक्रम को भी एनईपी के अनुरूप तैयार कर लागू करने का निर्णय लिया गया है।
सत्र 2023-24 के लिए पांचवें दीक्षांत समारोह को फरवरी 2025 में आयोजित करने का निर्णण लिया गया है। समारोह में मानद उपाधि के लिए कुलपति महोदय को अधिकृत किया गया है कि वे माननीय कुलाधिपति महोदय से निर्देश प्राप्त कर कार्यवाही करेंगे।
साथ ही विवि में कैंटीन प्रारंभ करने का निर्णण लिया गया है। कार्यपरिषद् ने इस तथ्य का संज्ञान लिया कि अधिकतर विद्यार्थी दूरस्थ स्थान जैसे सुकमा, बीजापुर से आते हैं। उन्हें अधिक राशि देकर भोजन प्राप्त करने में कठिनाई होती है। अतः विवि एनएमडीसी जैसी संस्थाओं से सम्पर्क कर छात्रों को भोजन क्रय करने हेतु सब्सिडी दिलाने का प्रयास करे। जिसके आधार पर स्टूडेंट्स को कैंटिन में 20-30 रूपए में भोजन की थाली प्राप्त हो सके।
विवि में गत दिनों कई गतिविधियां प्रारंभ हुई है। जिसमें योग व ध्यान क्लब, सांस्कृतिक क्लब, स्पोर्ट्स क्लब, संस्कृत एवं भारतीय ज्ञान परंपरा केंद्र और पर्यावरण एवं उर्जा संरक्षण क्लब प्रारंभ किए जाने की भी स्वीकृति प्रदान की गई।