तेंदूपत्ता बोनस वितरण में गड़बड़ियाँ, वन विभाग की सख्त कार्रवाई, 11 समितियां भंग, IFS निलंबित

Ro. No. :- 13220/2

संग्राहकों के हक के साथ कोई समझौता नहीं होगा – मंत्री केदार कश्यप

सुकमा | CG News | Bastar News

मंत्री केदार कश्यप के निर्देश पर सुकमा वन मंडल के अंतर्गत वर्ष 2021 एवं 2022 में तेंदूपत्ता संग्राहकों को दिए जाने वाले बोनस वितरण में पाई गई अनियमितताओं पर वन विभाग एवं जिला वनोपज सहकारी संघ, सुकमा द्वारा सख्त कार्रवाई की गई है।

प्रारंभिक जांच में यह सामने आया कि संग्राहकों को निर्धारित राशि का पूर्ण भुगतान नहीं किया गया और वितरण प्रक्रिया में गंभीर त्रुटियाँ व अनियमितताएँ पाई गईं। यह कार्रवाई शासन की पारदर्शिता सुनिश्चित करने और संग्राहकों के अधिकारों की रक्षा के उद्देश्य से की गई है।

तथ्यों पर एक नज़र:

  • 7.82 करोड़ में अनियमितता: वर्ष 2021-22 में स्वीकृत बोनस राशि 7,82,83,959 रूपये में से 1,77,76,116 रूपये बैंक खातों में और 5,74,71,986 रूपये नगद भुगतान हेतु स्वीकृत थी।
  • 11 समितियाँ भंग: गोलापल्ली, कोंटा, किस्तराम, जगरगुंडा सहित 11 समितियों में अनियमितताएँ पाई गईं।
  • वनमंडलाधिकारी निलंबित: तत्कालीन डीएफओ श्री अशोक पटेल, IFS को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया गया।
  • कार्रवाई का दायरा बढ़ा: समितियों के अध्यक्ष, संचालक मंडल व प्रबंधकों को कारण बताओ नोटिस जारी, जवाब न मिलने पर समितियाँ भंग और प्रबंधक हटाए गए।
  • ₹56 लाख की वापसी: जांच के दौरान कुछ प्रबंधकों ने ₹56,30,421 संघ खाते में जमा किए, जो सत्यापन के बाद संग्राहकों को दिए जाएंगे।
  • नए प्राधिकृत अधिकारी नियुक्त: सभी भंग समितियों में नए अधिकारी नियुक्त किए गए हैं।

साथ ही, संबंधित 11 समितियों के तत्कालीन पोषक अधिकारियों को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है। उनके विरुद्ध आगे की कार्रवाई नियमानुसार की जाएगी।

मंत्री केदार कश्यप ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि इस पूरे प्रकरण की गहराई से जांच की जाए और दोषियों – चाहे वे अधिकारी हों, समिति प्रबंधक हों या पोषक अधिकारी – के विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए।


 

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