नारायणपुर। स्वामी विवेकानंद के शिकागो भाषण की 11 सितम्बर को होने वाली 125 वी वर्षगाँठ पर कृषि महाविद्यालय एवं अनुसन्धान केंद्र नारायणपुर में राष्ट्रीय सेवा योजना के द्वारा समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में छात्रों ने अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने स्वामी जी के जीवन से जुड़े प्रेरणा दाई बातों पर प्रकाश डाला। विद्यार्थियों ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि विवेकानंद के विचारों से उन्हें बल मिलता है, उनके प्रेरणा वाली बातें, जितना बड़ा संघर्ष होगा जीत उतनी ही शानदार होगी, उठो और जागो और तब तक रुको नहीं जब तक कि तुम अपना लक्ष्य प्राप्त पर नहीं कर लेते, यह श्रेष्ठ बातें जीवन पर बहुत प्रभाव डालती है अगर हम अपने जीवन में इन बातो को उतार ले तो हमारा जीवन सफलता को प्राप्त करेगा।
अधिष्ठाता डॉ. रत्ना नशीने ने उद्बोधन देते हुए कहा की स्वामी विवेकानंद के शिकागो भाषण की चर्चा आज भी भारत सहित पूरे विश्व में होती है। उन्होने कहा कि विवेकानंद ने 11 सितंबर 1893 को विश्व धर्म महासभा शिकागो में ऐतिहासिक भाषण दिया था। उसकी 125वीं वर्षगांठ पूरी होने वाली है, ये वो भाषण है जिसने पूरी दुनिया के सामने भारत को एक मजबूत छवि के साथ पेश किया। यह एक ऐसा भाषण था जिसने भारत की अतुल्य विरासत और ज्ञान का डंका बजा दिया था। अधिष्ठाता डॉ. नशीने ने राष्ट्रीय सेवा योजना के छात्रों से कहा की वो सब स्वामीजी की जीवनी पढ़े और उनके प्रेणना को आत्मसात करने की कोशिश करे। उनकी प्ररेणा स्त्रोत वाकय जीवन में बदलाव लाएंगे और लक्ष्य को प्रपात करने में मददगार होंगे। छात्रों द्वारा रा.से.यो गीत प्रस्तुत किये गए, कर्यक्रम का संचालन श्री किशोर मंडल ने किया और आभार व्यक्त छात्र दिलेश्वर पाणिग्रही ने किया।
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